ट्रंप की कुर्सी खतरे में!

Monday, Feb 27, 2017 - 06:12 PM (IST)

वॉशिंगटन: ट्रंप को अमरीकी राष्ट्रपति की कुर्सी संभाले अभी एक महीना भी नहीं हुआ कि उनकी कुर्सी पर खतरे के बादल मंडराते नजर आ रहे है। वैश्विक स्तर पर एेसे कयास लगने शुरू हो चुके है कि ट्रंप के खिलाफ जल्द ही अमरीकी सीनेट में महाअभियोग प्रस्ताव(इम्पीचमेंट मोशन)लाया जाएगा और अमरीकी इतिहास में ट्रंप सबसे कम दिनों में इम्पीच होने वाले राष्ट्रपति बन जाएंगे।


जानकारी मुताबिक,कैलिफॉर्निया की रिचमंड सिटी काउंसिल ने सर्वसम्मति से अमरीकी संसद से गुहार लगाई है कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ इम्पीचमेंट प्रस्ताव लाने के लिए जांच शुरू करे। बता दें कि अमरीकी संविधान के अनुसार यदि चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रपति अपनी मानसिक क्षमता खो दे, अपनी सरकार को किसी गबन या दमन में झोंक दे अथवा विदेशी शक्तियों के विश्वास को धक्का पहुंचाए तो अमरीका के हित के लिए उसे कुर्सी से हटाया जा सकता है। अब अमरीकी संविधान के अनुसार राष्ट्रपति के इम्पीचमेंट के लिए दी गई शर्तों में लगभग सभी शर्तों पर ट्रंप पर आरोप लगाया जा सकता है।


- विवादों में घिरा ट्रंप प्रशासन
ट्रंप के एक महीने के कार्यकाल में उनके नैशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइकल फ्लिन ने इस्तीफा दे दिया। फ्लिन पर आरोप था कि नवंबर में ट्रंप के चुने जाने के बाद दिसंबर में उन्होनें रूस के राजदूत को राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशों की चर्चा की थी और अमरीकी चुनावों में भी रूस ने दखलअंदाजी की थी।

- ट्रंप की नीतियां
अमरीकी राष्ट्रपति पद संभालने के ठीक 8 दिन बाद ही ट्रंप ने इमीग्रेशन के मुद्दे पर पड़ोसी मित्र देशों सहित खाड़ी के मुस्लिम देशों और एशियाई देशों को निशाने पर लेते हुए 7 मुस्लिम देशों को वीजा दिए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया, मेक्सिकों जैसे मित्र देश से बॉर्डर पर दीवार बनाने के लिए पैसे मांगनें का दबाव बनाने जैसे फैसलों 
अमरीकी सरकार के अंतर्राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचने की पूरी आशंका है और संविधान के मुताबिक यह भी एक वजह ट्रंप को कुर्सी से बेदखल करने के लिए पर्याप्त है।
 


- ट्रंप का बिजनेस
अमरीकी संविधान और गवर्नमेंट एथिक्स के एक्सपर्ट्स ने ट्रंप को चुनाव जीतने के बाद सलाह दी थी कि वे अपने कारोबार को बेचकर उन क्षेत्रों में निवेश करें जिससे बतौर राष्ट्रपति उनकी शक्तियों पर कोई आंच न आए लेकिन ट्रंप ने एेसा कुछ नहीं किया और
उनकी यह आमदनी बतौर राष्ट्रपति संविधान के खिलाफ है।

ऊधर कैलिफॉर्निया से सदस्य गेल मैकलॉघलिन ने भी इस प्रस्ताव को बढ़ाते हुए दलील दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप का बिजनेस पूरी दुनिया में फैला हुआ है और जिसका पूरा ब्यौरा देने से वह मना कर चुके हैं। संविधान और कानून के मुताबिक यह पर्याप्त वजह है कि संसद उनके खिलाफ इम्पीचमेंट प्रस्ताव लाने के लिए जांच की प्रक्रिया को शुरू करे।
 

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