HIV-AIDS Alert: वैज्ञानिकों की बड़ी चेतावनी, 2030 तक एचआईवी-एड्स से इतने लाख लोगों की होगी मौत!

punjabkesari.in Friday, Mar 28, 2025 - 10:06 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: एचआईवी-एड्स को लेकर हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसने दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है। एक नए शोध के अनुसार, अगर एचआईवी के इलाज और रोकथाम के लिए मिलने वाली फंडिंग में कमी आती रही, तो 2025 से 2030 के बीच 1.8 करोड़ नए एचआईवी संक्रमण हो सकते हैं और 29 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा सकती है।

वैज्ञानिकों ने क्यों जताई चिंता?

यह अध्ययन ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में स्थित बर्नेट इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। इसे प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल 'द लेंसेट एचआईवी' में प्रकाशित किया गया। शोधकर्ताओं ने 26 देशों के डेटा का विश्लेषण करने के लिए मैथमेटिकल मॉडल का इस्तेमाल किया, जिससे पता चला कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फंडिंग में कटौती जारी रही, तो एचआईवी-एड्स के खिलाफ दशकों की मेहनत पर पानी फिर सकता है।

क्यों कम हो रही है फंडिंग?

एचआईवी की रोकथाम और इलाज के लिए फंडिंग का बड़ा हिस्सा अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी और नीदरलैंड जैसे देशों से आता है। लेकिन इन देशों ने हाल ही में विदेशी सहायता में कटौती करने का फैसला लिया है, जिससे एचआईवी से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।

शोध में यह भी पाया गया कि 2026 तक एचआईवी से जुड़ी वैश्विक फंडिंग में 24% तक की कमी हो सकती है। अकेले 2023 में ही एड्स से जुड़ी बीमारियों के कारण 6.3 लाख मौतें हुई थीं। अगर इस कमी को दूर नहीं किया गया, तो आने वाले वर्षों में यह संख्या कई गुना बढ़ सकती है।

फंडिंग में कटौती के कारण क्या होगा असर?

  • नए एचआईवी संक्रमण के मामलों में वृद्धि

  • एड्स से होने वाली मौतों में इजाफा

  • गरीब और विकासशील देशों में दवाइयों की भारी कमी

  • एड्स पीड़ितों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट

  • बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियानों पर असर

एचआईवी क्या है और यह कितना खतरनाक है?

एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है और अगर समय पर इलाज न मिले, तो यह एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) में बदल जाता है। यह बीमारी अभी तक लाइलाज है, लेकिन एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) की मदद से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

अब क्या किया जा सकता है?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस संकट को रोकने के लिए सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को फंडिंग की कमी को दूर करने के लिए कदम उठाने होंगे। साथ ही, एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने और बचाव के उपायों को अपनाने की जरूरत है।

मामले से जुड़े मुख्य तथ्य:

  • 2025 से 2030 के बीच 1.8 करोड़ नए एचआईवी संक्रमण हो सकते हैं।

  • 29 लाख से अधिक लोगों की मौत होने का अनुमान।

  • 2026 तक वैश्विक एचआईवी फंडिंग में 24% की कमी आ सकती है।

  • अमेरिका, यूके, फ्रांस, जर्मनी और नीदरलैंड जैसे देशों ने फंडिंग में कटौती की घोषणा की है।

  • 2023 में ही एड्स से 6.3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News