खुंखार ISIS में अब यह महिला बनेगी सुसाइड बॉम्बर!

Tuesday, Dec 01, 2015 - 10:54 AM (IST)

लंदन: पूरी दुनियाभर में अपना आतंक फैलाने वाली आतंकी संगठन आईएसआईएस में अब एक महिला टेरर सुर्खियों में छा गई है।  जी हां, एजेंसियों को इनपुट्स मिले हैं कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने सीरिया पर हो रहे हमले का बदला लेने के लिए "मिसेज़ टेरर" को बड़े हमले की जिम्मेदारी सौंपी है।

47 साल की इस ब्रिटेन की महिला आतंकी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा है कि वह आईएसआईएस की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनेगी। माना जा रहा है कि यह सीरिया में है और महिलाओं को फिदायीन हमलों की ट्रेनिंग दे रही है।

मिसेज़ टेरर का असली नाम सैली जोन्स है। यह ब्रिटेन के केंट की रहने वाली है।  सैली दो बच्चों की मां है। सैली रॉक बैंड में भी रह चुकी है।बाद में इसने मुस्लिम धर्म अपना लिया।  सैली जोन्स अब उम्म हुसैन और सकीना हुसैन के नाम से भी जानी जाती है।  दो साल पहले तक ब्रिटेन में ही रहती थी। इसके बाद 10 साल के बेटे को लेकर सीरिया गई और आईएस में शामिल हो गई।

हाल ही में उसने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि मैं जानती हूं कि मैं क्या कर रही हूं, वह आगे लिखती है कि स्वर्ग बहुत कीमती होता है और इसके लिए कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी। आगे पोस्ट में आगे लिखा कि मैं चेचन्या की पहली महिला सुसाइड बॉम्बर हावा बारायेव को श्रद्धांजलि देकर खुद को उड़ा लूंगी.. मैं आईएस की पहली महिला सुसाइड बॉम्बर बनूंगी।

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2000 में रूस के साथ चेचन विद्रोहियों की लड़ाई में हावा बारायेव पहली महिला सुसाइड बॉम्बर बनी थीं। हावा ने खुद को बम से उड़ा लिया था। इस विस्फोट में रूसी आर्मी के 27 सैनिक मारे गए थे।

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