ISIS के टॉर्चर की कहानी, एक मां को परोसा उसके ही बच्चे का मांस!

Friday, Nov 18, 2016 - 05:19 PM (IST)

मोसुलः इराक में इस्लामिक स्टेट के टॉर्चर का शिकार हुई यजीदी लड़कियों ने अपने साथ हुए अत्याचार की कहानी सुनाई है। उनका कहना है कि अाईसअाईएस के अातंकी उन्हें भूखा रखते, आए दिन उनसे मारपीट और रेप करते थे। हालांकि, इन सबके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अब यजीदी बटालियन के साथ आईएस आतंकियों का मुकाबला कर रही हैं।

बच्चे को पकाकर मां के आगे परोसा
बटालियन में शामिल हुईं यजीदी सिंगर सिंगाली ने आईएस के टॉर्चर की दर्दनाक कहानी बताते हुए कहा कि वो एक यजीदी महिला से मिली थीं, जो काफी समय तक आतंकियों के कब्जे में रही। उसके साथ उसका एक साल का बच्चा भी था। आईएस आतंकी उसे बच्चे को दूध पिलाने नहीं दे रहे थे। बच्चा जब भूख से चिल्लाने लगा तो एक आतंकी ने बच्चे को महिला से छीनकर उसका सिर कलम कर दिया। इतना ही नहीं, दूसरा आतंकी उसे किचन में ले गया और उसे काटकर पका डाला। इसके बाद आतंकियों ने उसकी मां को अपने बच्चे का पका मांस खाने के लिए मजबूर भी किया।

'एक-दूसरे की जान ले लेना चाहते थे हम'
एक अन्य यजीदी लड़की ने बताया कि लड़कियों को सेक्स स्लेव बनाकर रखा जाता था। एक बार आतंकियों ने जब एक लड़की को रेप के लिए तैयार होने को कहा, तो उसने बाथरूम में जाकर अपने दोनों हाथ काट लिए। आतंकियों ने जब टॉयलेट के बाहर खून आते देखा, तो उसकी बॉडी कंबल में लपेटकर बाहर फेंक दी, जिसे बाद में कुत्ते नोच-नोच कर खा रहे थे। फाइटर ने कहा कि इस तरह के टॉर्चर से बचने के लिए हम आपस में ही एक दूसरे की जान ले लेना चाहते थे। हालांकि, हम ऐसा नहीं कर सकते थे, क्योंकि हमारे हाथ बेड और कुर्सियों से बंधे होते थे। उनका कहना है कि करीब 3000 यजीदी महिलाएं अब भी आईएस की कैद में हैं, जाे हर राेज उनका टॉर्चर सहने काे मजबूर है।


 

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