सीरिया के चर्च के अंदर बड़ा आत्मघाती हमला...15 लोगों की मौत; आतंकी ने खुद को भी बम से उड़ाया
punjabkesari.in Sunday, Jun 22, 2025 - 11:33 PM (IST)

दमिश्क, सीरिया: सीरिया की राजधानी दमिश्क में रविवार को एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ, जिसने देश की राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके को हिला कर रख दिया। यह हमला शहर के डुवैला (Douweila) क्षेत्र में स्थित सेंट एलियास चर्च (St. Elias Church) में उस वक्त हुआ, जब दर्जनों लोग प्रार्थना सभा में भाग ले रहे थे।
आतंकी ने चर्च के अंदर खुद को उड़ा लिया, 15 की मौत, 13 घायल
सीरियाई गृह मंत्रालय ने पुष्टि की है कि यह हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया, जो आतंकी संगठन ISIS से जुड़ा था। हमलावर पहले चर्च के अंदर भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, और फिर विस्फोटक जैकेट से खुद को उड़ा लिया।
इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत नाजुक बनी हुई है।
दमिश्क का डुवैला इलाका – जिसे माना जाता था सबसे सुरक्षित
चौंकाने वाली बात यह है कि यह हमला राजधानी के केंद्र में स्थित डुवैला इलाके में हुआ, जिसे अब तक सीरियाई सरकार के नियंत्रण वाला सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता था। यही कारण है कि इस हमले ने न केवल सरकार को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि आम नागरिकों में भी डर और आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
अब तक किसी संगठन ने आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं ली, पर ISIS पर शक मजबूत
हालांकि अब तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की औपचारिक जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सीरिया के गृह मंत्रालय ने इसे ISIS से जुड़े एक आत्मघाती हमलावर का काम बताया है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस हमले के पीछे सीरिया में सक्रिय बाकी आतंकी गुटों का सहयोग भी हो सकता है, जो ईसाई समुदाय को निशाना बनाने की साजिशें करते रहे हैं।
सीरियाई सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया
सीरिया के सूचना मंत्री डॉ. हमज़ा अल-मुस्तफा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा: "यह एक कायराना और अमानवीय हमला है, जो हमारी राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भावना को चोट पहुंचाने की कोशिश है। लेकिन हम इस तरह की साजिशों को सफल नहीं होने देंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगी और इस हमले के पीछे जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाकर रहेगी।
मृतकों को श्रद्धांजलि, घायलों के लिए दुआ
चर्च में इस हमले के दौरान महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट इतना तेज़ था कि चर्च की खिड़कियां टूट गईं और पास की इमारतें भी कांप उठीं।
पूरे देश में इस हमले को लेकर शोक और गुस्से का माहौल है। नागरिकों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंक के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
क्यों हो रहे हैं चर्च हमले?
सीरिया लंबे समय से गृहयुद्ध, चरमपंथ और विदेशी हस्तक्षेप से जूझ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय को कई बार आतंकियों का निशाना बनाया गया है। ISIS जैसे संगठन अक्सर धार्मिक स्थलों और सभाओं को टारगेट करते हैं, ताकि समाज में डर, नफरत और अस्थिरता फैलाई जा सके।