भिक्षु ने बचपन के प्यार के लिए त्याग दिया संयास

punjabkesari.in Thursday, Mar 30, 2017 - 08:33 PM (IST)

नई दिल्ली: जब प्रेम परवान चढ़ता है, तो प्रेमी सभी बंधनों को तोड़ देते हैं। उनको दुनिया की भी कोई परवाह नहीं होती है। ऐसी ही कहानी तिब्बती लामा 33 वर्षीय थाये दोरजे की है। उन्होंने अपनी बचपन की दोस्त से शादी करने के लिए भिक्षु का पद त्याग दिया और संन्यास छोड़कर गृहस्थ जीवन शुरू कर दिया। थाये दोरजे ने अपनी बचपन की दोस्त 36 वर्षीय रिंचेन यैंगजोम से शादी कर ली। दोरजे के कार्यालय की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गई। जब थाये दोरजे 18 महीने के थे, तब से लोगों ने उनको करमापा लामा कहना शुरू कर दिया था। उनका यह पुनर्जन्म बताया जा रहा है। त्रिनली को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का भी समर्थन हासिल है।

इससे सभी को होगा लाभ: थाये 
करमापा लामा पद को लेकर छिड़े विवाद के चलते बौद्ध धर्म के अनुयायी 2 धड़ों में बंटे हुए हैं लेकिन जब थाये दोरजे की शादी की खबर सामने आई, तो सभी हैरान रह गए। उनके कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोरज शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। बयान में कहा गया कि थाये ने बौद्ध भिक्षु पद यानी संन्यास को भी त्याग दिया है। थाये ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि शादी करने से न सिर्फ मुझ पर, बल्कि मेरे अनुयायियों पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे हम सभी को लाभ होगा।

अनुयायिकों का करते रहेंगे मार्गदर्शन 
थाये दोरजे ने कहा कि वह शादी के बाद भी करमापा लामा की जिम्मेदारी का निर्वहन करते रहेंगे। वह दुनिया भर में अपने अनुयायिकों को प्रवचन देते रहेंगे और उनका मार्गदर्शन करते रहेंगे। तिब्बत में जन्मे थाये दोरजे के पिता भी लामा थे।


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