बांगलादेश चुनावः विपक्ष ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर उठाए सवाल, मांगा इसीफा
Thursday, Dec 27, 2018 - 12:50 PM (IST)
ढाकाः भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के बाद बांगलादेश में राजनितिक घमासान मचा हुआ है। बांगलादेश में 30 दिसंबर को होने जा रहे आम चुनाव से महज कुछ दिन पहले विपक्षी गठबंधन ने मुख्य चुनाव आयुक्त की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करते हुए इस्तीफे की मांग की है। मंगलवार को विपक्षी बीएनपी-एनयूएफ गठबंधन के सदस्यों ने चुनाव आयोग की बैठक का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नुरुल हुडा का बर्ताव ‘‘अनुचित’’था और वह बातचीत के दौरान की उनकी राय पर ध्यान नहीं कर रहे थे। नेशनल यूनिटी फ्रंट (NUF) के समन्वयक और मशहूर न्यायविद कमल हुसैन की अगुवाई में एक विपक्षी प्रतिनिधिमंडल इस हफ्ते होने जा रहे आम चुनाव से पहले गठबंधन के समर्थकों की कथित गिरफ्तारी पर चर्चा करने के लिए हुडा से मिला था।
बीएनपी के एक वरिष्ठ नेता ने एनयूएफ ने हुडा पर चुनाव से पक्षपात का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा कि उनकी कमान में स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद तो छोड़िए, उनसे तटस्थ व्यवहार भी असंभव है।’’ आलमगीर ने कहा कि हुडा 10 दिसंबर से शुरू हुए चुनाव अभियानों के दौरान हो रही हिंसा पर विपक्षी दलों का पक्ष नहीं सुन रहे हैं। हिंसा के लिए विपक्ष और सत्ताधारी अवामी लीग एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मीडिया रिपोर्टो में दावा किया गया है कि ज्यादातर हमले सत्ताधारी दल के सदस्य कर रहे हैं, जिन्हें पुलिस का भी समर्थन है।
विपक्षी दलों का आरोप है कि पुलिस ने 10,500 से ज्यादा उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि अमेरिका ने रविवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार से स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित कराने का आग्रह किया था। इसके बाद गिरफ्तारी का आंकड़ा जारी किया गया। प्रधानमंत्री को इस चुनाव में लगातार चौथी बार जीत की उम्मीद है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि चुनाव में डर का माहौल पैदा करने के लिए गिरफ्तारी की गई है।