चीन-पाक कॉरीडोर पर बलूच नेता ने उठाया सवाल

Sunday, Oct 16, 2016 - 12:09 PM (IST)

कराची: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत के एक शीर्ष नेता ने मांग की है कि सरकार चीन के साथ ग्वादर बंदरगाह और 46 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित सभी समझौतों का ब्योरा सार्वजनिक करे।


बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगाल (बीएनपी-एम) के प्रमुख अख्तर जान मेंगाल ने ग्वादर में एक जनसभा में कहा कि विकास के नाम पर बलूच लोगों के अधिकारों को छीना जा रहा है और उनसे गुलामों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘शासकों द्वारा हस्ताक्षरित सीपीईसी तथा ग्वादर के संबंध में अन्य समझौतों का हम पूरा ब्योरा जानना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, "हम ग्वादर बंदरगाह परियोजना के बारे में पाक सरकार द्वारा किए करारों और सीपीईसी का पूरा ब्योरा जानना चाहते हैं। मैं सभी करारों का ब्योरा सार्वजनिक करने की मांग करता हूं। जब भी हम सीपीईसी परियोजना में बलूचिस्तान की हिस्सेदारी के बारे में पूछते हैं, हमसे कहा जाता है कि वे ग्वादर में एक हवाई अड्डा बना रहे हैं।"


डॉन अखबार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मेंगाल ने कहा, ‘हमारे शासक कश्मीर की बात करते हैं लेकिन बलूचिस्तान सहित अन्य प्रांतों के लोगों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देते जहां लोग मूलभूत सुविधाओं तक से वंचित हैं।’ उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान 1952 से ही पूरे देश के लिए गैस का उत्पादन कर रहा है, लेकिन खुद बलूचिस्तान गैस से वंचित है।उन्होंने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया कि वह स्थानीय मछुआरों से समुद्र में मछली पकड़ने का अधिकार छीनने की कोशिश कर रही है। जो इसके जरिए हमेशा से अपना पेट पाल रहे हैं।

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