तल्ख रिश्ते सुधारने की कोशिश में ऑस्ट्रेलिया-चीन, दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने की उच्चस्तरीय वार्ता

Thursday, Dec 22, 2022 - 12:33 PM (IST)

बीजिंगः ऑस्ट्रेलिया और चीन के विदेश मंत्रियों ने उच्च-स्तरीय राजनीतिक संपर्कों को बहाल करने और हाल के वर्षों में तल्खी भरे रिश्ते में स्थिरता लाने के लिए बुधवार को बीजिंग में मुलाकात की। दोनों देशों के आधिकारिक राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग का बीजिंग दौरा हुआ है। ‘ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस' के मुताबिक वोंग ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। पिछले चार साल में किसी ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री की बीजिंग की यह पहली यात्रा है।

 

वोंग के हवाले से कहा गया, ‘‘ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच अधिक स्थिर संबंध के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं कि हमारे लोग, हमारा क्षेत्र तथा दुनिया शांति और सुरक्षा का आनंद ले सकें।'' वोंग ने कहा कि उन्होंने व्यापार और मानवाधिकारों से लेकर क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठाया। वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक ‘‘हाल में दोनों देशों के बीच एक और महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय वार्ता थी।'' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘विश्वास है कि यह यात्रा दोनों पक्षों को बातचीत बढ़ाने, सहयोग का विस्तार करने, मतभेदों को दूर करने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर लाने और इसके सतत विकास को साकार करने में मदद कर सकती है।''

 

वोंग की यात्रा से चीन द्वारा लगाए गए आयात अवरोधकों को खत्म करने और चीन में हिरासत में लिए गए दो ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की रिहाई की उम्मीदें बढ़ गई हैं। वोंग ने कोई विवरण दिए बिना कहा कि वह हिरासत में लिए गए ऑस्ट्रेलियाई लोगों की वकालत करना जारी रखेंगी। स्कॉट मॉरिसन की जगह एंथनी अल्बनीज के मई में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी वोंग के दौरे से दूर होने की संभावना है। अल्बनीज और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले महीने बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी।

 

छह वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के बीच यह इस तरह की पहली औपचारिक मुलाकात थी। ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपनी घरेलू राजनीति में विदेशी दखल को लेकर नियम बनाए जाने और कोविड-19 महामारी की स्वतंत्र जांच की मांग के बाद चीन के साथ उसके रिश्तों में और तल्खी आ गई थी। अल्बनीज ने कहा कि अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित पनडुब्बियों के बेड़े के निर्माण को लेकर वह प्रतिबद्ध हैं, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति ने इसे चीन के साथ टकराव वाला कदम करार दिया था।

Tanuja

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