हर सात में से एक व्यक्ति माइग्रेन का शिकार, इस मामूली दवा से हो सकता है इलाज

Thursday, Dec 05, 2019 - 03:40 PM (IST)

न्‍यूयॉर्क: सिर में बार-बार हल्का और तेज दर्द होना माइग्रेन का लक्षण है। इससे सिर में असहनीय रूप से तेज पीड़ा होती है और मस्तिष्क के एक हिस्से में कंपन का अनुभव होता है। यह दर्द अक्सर सिर में एक तरफ होता है, हालांकि दोनों तरफ भी हो सकता है। यदि ऐसे लक्षण हों तो माइग्रेन का इलाज तत्काल कराना चाहिए।

लोगों को जानकर हैरानी होगी कि  एस्प्रिन जैसी सामान्य प्रयोग वाली दवा माइग्रेन के इलाज में कारगर हो सकती है। वैज्ञानिकों ने इस बारे में 4,000 से ज्यादा मरीजों पर 13 क्लीनिकल ट्रायल किए। उन्‍होंने अपने परीक्षणों में पाया कि एस्प्रिन का इस्तेमाल माइग्रेन के इलाज में किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि माइग्रेन दुनिया की तीसरी सबसे आम बीमारी है। हर सात में से एक व्यक्ति इसका शिकार है। डायबिटीज, मिर्गी और अस्थमा से ज्यादा लोग माइग्रेन से पीड़ित हैं।

इस बीमारी में सिर का आधा हिस्सा दर्द करता है। पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण माइग्रेन के ज्यादातर मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है। माइग्रेन एक पुराना और शरीर को कुछ हद तक अक्षम कर देने वाला न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिससे भारत में 15 करोड़ लोग प्रभावित हैं। इसकी अक्सर साइनस से जुड़े सिरदर्द, आंखों से जुड़ी समस्या या तनाव के रूप में गलत पहचान की जाती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि चाहे आप माइग्रेन का लंबे समय तक चलने वाला इलाज कराने का विकल्प चुनते हैं या जल्द से जल्द माइग्रेन अटैक से छुटकारा पाना चाहते हैं, विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में इसका इलाज कराना बेहद महत्वपूर्ण है। इलाज न होने की स्थिति में माइग्रेन से पीड़ित मरीजों और उनके परिजनों पर हानिकारक प्रभाव हो सकता है।

 

 

Tanuja

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