कश्मीर विभाजन का अधूरा एजेन्डा है :पाक सेनाध्यक्ष

Wednesday, Jun 03, 2015 - 06:49 PM (IST)

इस्लामाबाद: कश्मीर के बारे में भारत को चिंता में डालने वाले अपने एक कड़े बयान में पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल राहील शरीफ ने आज कहा कि यह 1947 में हुए देश विभाजन का ‘अधूरा एजेन्डा’ है और पाकिस्तान और कश्मीर ‘अविभाज्य’ हैं। यहां नेशनल डिफेन्स यूनिवर्सिटी (एनडीयू) में कैडटों को संबोधित करते हुए राहील ने कहा, ‘‘कश्मीर विभाजन का अधूरा रह गया एजेन्डा है। 
 
पाकिस्तान और कश्मीर अविभाज्य हैं।’’ उन्होंने भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंधों को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के तहत कश्मीर मुद्दे को हल किए जाने से जोडते हुए कहा, ‘‘जहां हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहते हैं, वहीं हम इस क्षेत्र में स्थाई शांति कायम करने के लिए कश्मीर मुद्दे का संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव और कश्मीरी जनता की आकांक्षाआें के अनुरूप उचित समाधान करने के पक्षधर हैं।’’ 
 
राहील के भाषण के कुछ हिस्सों को सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिम सलीम बाजवा ने ट्वीट किया है।  युद्धों का जिक्र करते हुए राहील ने कहा कि भविष्य में होने वाले युद्धों का स्वरूप तेजी से बदल रहा है लेकिन पाकिस्तान अपना बचाव करने में सक्षम है।  उन्होंने कहा, ‘‘हमारे शत्रु अर्ध पारंपरिक संघर्षो को उकसाने और हमारे देश को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं(हम) घृणित मंसूबों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और सक्षम हैं।’’ 
 
उन्होंने अन्य देशों के खिलाफ छद्म युद्ध का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान किसी भी अन्य देश के खिलाफ छद्म युद्ध का विरोधी है और किसी अन्य देश को भी पाकिस्तान के खिलाफ छद्म युद्ध की अनुमति नहीं देगा।’’  राहील का यह वक्तव्य पाकिस्तान और भारत में बढ़ते वाकयुद्ध के बीच आया है। पाकिस्तान ने बार बार आरोप लगाया है कि भारत की बाह्य खुफिया एजेन्सी रॉ पाकिस्तान में उग्रवाद को बढ़ावा दे रही है। 
 
भारत ने हमेशा ही एेसे आरोपों से इंकार किया है। चीन के साथ 46 अरब डालर के आर्थिक कारिडोर पर भारत की आपत्ति से भी पाकिस्तान विक्षुब्ध है। भारत ने इस परियोजना को लेकर चीन से आपत्ति जताई है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरती है। 
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