नेपाल भूकंप: मृतकों की संख्या 3326 के पार, लोगों का टेंटों में इलाज

Monday, Apr 27, 2015 - 12:36 PM (IST)

काठमांडू: हिमालय की तराई में बसे नेपाल में वर्ष 1934 के बाद शनिवार को कुदरत का सबसे भीषण कहर बरपा है जिसमें मृतकों की संख्या 3326 से अधिक हो गई है और 6500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। आज से 81 साल पहले आए भूकंप में करीब 60,000 लोगों की मौत हुई थी। समय बीतने के साथ भूकंप की विनाश लीला की चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ रही है और अस्पताल में जगह नहीं होने से गंभीर से घायलों का इलाज डाक्टर टेंटों में कर रहे हैं।

आंशिक रूप से घायल डरे-सहमे लोग इलाज और भरपेट भोजन के लिए खुले मैदानों राहत एवं बचाव कर्मियों की बाट जोह रहे हैं। चारों तरफ बदहवाशी और चीख-पुकार का आलम है। दहशत के मारे लोग ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि देश को फिर किसी प्राकृतिक आपदा का कोप भाजन नहीं बनना पडे। भूकंप से सुरक्षित बचे भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में लोग लगातार दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।  

कांठमांडू मेडिकल कॉलेज के डाक्टर एवं आपदा प्रबंधन के सदस्य दीपक पांडा ने दुख की इस कठिन घड़ी में मिल रही अंतरराष्ट्रीय मदद पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, ‘देश-विदेश से राहत एवं बचाव कार्यों में मिल रही सहायता से हम बेहद संतुष्ट एवं प्रसन्न हैं।’ 

भूकंप के बाद बारिश के कहर ने जहां राहत एवं बचाव कर्मियों के काम में बाधा डाली है, वहीं खाद्य एवं पेयजल के लिए लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं और दवाइयों एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए लोगों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं।कल भी भूकंप के झटके महसूस किए जाने से सैकडों लोग डर के मारे घरों के बाहर समय काट रहे हैं। भूकंप के कारण हुए हिस्खलन से विश्व की सबसे बडी चोटी माउंट एवरेस्ट पर कई लोग फंस गएहैं। बेस कैंप से 17 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। माउंट एवरेस्ट पर इस तरह की यह पहली घटना है। 

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