IS आतंकी का खुलासा, अमरीका से मिल रहा है पैसा!

Thursday, Jan 29, 2015 - 02:29 PM (IST)

इस्लामाबाद: सीरिया और ईराक में अपना आंतक मचाने वाले इस्लामिक संगठन आतंकी संगठन आइ.एस. अब पाकिस्तान में भी अपने पैर जमाना चाहता है। वहीं, लाहौर से पकड़े गए आइ.एस. आतंकी का कहना है कि इस्लामिक स्टेट को पाकिस्तान में अपनी गतिविधियां चलाने के लिए अमरीकी फंड मिल रहा है। पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट कमांडर यूसुफ अल सलाफी ने यह जानकारी खुफिया एजैंसियों को दी हालांकि, यह साफ नहीं हुआ कि आइ.एस. को अमरीका की किस लोकेशन से फंड मिल रहा है।

खुफिया अधिकारियों के नजदीकी एक सूत्र ने उर्दू अखबार डेली एक्सप्रेस को बताया, "जांच के दौरान यूसुफ अल सलाफी ने खुलासा किया कि इस्लामिक स्टेट में जिहादियों की भर्ती के लिए उनके पास अमरीका के जरिए फंड पहुंच रहा है।"

एक सूत्र ने पहचान सार्वजनिक न करने की शर्त पर अखबार को बताया, "एक तरफ अमरीका इस्लामिक स्टेट का विरोध करता है, वहीं ऐसे संगठनों को फंड भी पहुंचाता है। कई बड़े आतंकी संगठनों को मिलने वाला पैसा अमरीका के रास्ते पहुंचता है। अमरीका को इस छवि से बाहर निकलना होगा कि वो आतंकियों की मदद कर रहा है। अमरीका को जवाब देना  होगा कि वो ईराक की तरह सीरिया में आतंक विरोधी अभियान क्यों नहीं चला रहा?"

उल्लेखनीय है कि 22 जनवरी को अल सलाफी और उसके दो साथियों को लाहौर से गिरफ्तार किया गया था। अखबार का यह दावा भी है कि अल सलाफी को पिछले साल दिसंबर में भी गिरफ्तार किया गया था। अल सलाफी पाकिस्तान-सीरियाई है, जो पांच महीने पहले तुर्की के रास्ते पाकिस्तान आया था। वह पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के लिए जिहादियों की भर्ती कर रहा था।

पाकिस्तान में पिछले कई महीनों में इस्लामिक स्टेट के प्रभाव काफी बढ़ा है। लाहौर और मुल्तान के कई इलाकों में इस्लामिक स्टेट के झंडे और पोस्टर भी देख गए थे। हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय आतंकी संगठनों के आगे इस्लामिक स्टेट का खड़ा हो पाना मुश्किल है।

 
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