आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच फिर जंग शुरू: 23 की मौत, ट्रंप बोले- तनाव कम करने की करेंगे कोशिश

Monday, Sep 28, 2020 - 10:19 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच विवादित अलगाववादी क्षेत्र नागोरनो-काराबाख को लेकर फिर से जंग शुरू होने से भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। आर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अब तक 16 सैनिक और 7 आम नागरिक मारे गए हैं और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने इस बीच कहा कि उनकी तरफ भी सैन्य नुकसान हुआ है हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।

 

4 हेलिकॉप्टर और 33 टैंकों तथा लड़ाकू वाहनों को बनाया निशाना
आर्मेनिया ने यह दावा भी किया कि अजरबैजान के चार हेलिकॉप्टरों को मार गिराया गया और 33 टैंकों तथा लड़ाकू वाहनों को भी निशाना बनाया गया। अजरबैजान ने पूर्व में किये गए उस दावे को खारिज किया था कि उसके दो हेलीकॉप्टरों को मार गिराया गया है। जिस इलाके में आज सुबह लड़ाई शुरू हुई है, वह अजरबैजान के तहत आता है लेकिन यहां पर 1994 से ही आर्मेनिया द्वारा समर्थित बलों का कब्जा है। लड़ाई शुरू होने की वजह का पता नहीं चल सका है लेकिन इससे पहले जुलाई में झड़पें हुई थीं जिनमें दोनों तरफ के मिलाकर कुल 16 लोगों की मौत हुई थी। अजरबैजान के कुछ क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाया गया है तथा कुछ प्रमुख शहरों में कर्फ्यू के आदेश भी दिए गए हैं।

अमेरिका करेगा तनाव को कम करने की कोशिशःट्रंप
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि नागोरनो-काराबख क्षेत्र में अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच मौजूदा तनाव को कम करने के लिए अमेरिका की ओर से हर संभव प्रयास किए जाएगे और इस पर विचार किया जा रहा है। ट्रंप ने रविवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘‘ हम इस विवाद पर नजर बनाए हुए हैं। उस क्षेत्र में हमारे कई देशों के साथ अच्छे संबंध हैं। हम विचार करेंगे कि इस हिंसा को रोकने के लिए हम क्या कर सकते हैं।'' अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर अर्मेनिया और अजरबैजान से नागोरनो-काराबख क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम लागू करने की अपील की है और साथ ही कहा है कि इस विवाद में किसी तीसरे पक्ष के शामिल होने से कोई लाभ नहीं होगा तथा हालात और अधिक खराब हो सकते हैं।

तुर्की ने अजरबैजान को समर्थन देने की घोषणा
तुर्की ने अजरबैजान को समर्थन देने की घोषणा की है। अमेरिका ने दोनों पक्षों से ओएससीई मिंस्क समूह के साथ सहयोग करने और जल्द से जल्द बातचीत शुरू करने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र समेत कई अन्य संगठनों ने भी दोनों देशों से तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम लागू करने की अपील की है।

Tanuja

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