टूट गया दुनिया का सबसे बड़ा एंटीना, वैज्ञानिक परेशान-अब कौन देगा अंतरिक्ष के खतरों की सूचना!

Monday, Nov 16, 2020 - 03:32 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अंतरिक्ष की गहराइयों से आने वाले खतरों जैसे एस्टेरॉयड्स, मेटियॉर्स आदि की जानकारी दुनिया का सबसे बड़ा एंटीना टूट गया है जिससे दुनिया भर के वैज्ञानिक परेशान हैं । यह एंटीना जिन लोहे के केबलों से जुड़ा है वो भी टूट रहे हैं। वैज्ञानिक परेशान हैं कि अब धरती की तरफ अंतरिक्ष से आने वाले खतरों की जानकारी कौन देगा? अब इस एंटीना की रिपेयरिंग की जाएगी। इस एंटीना के ऊपर जेम्स बॉन्ड सीरीज की मूवी गोल्डन आई की शूटिंग भी हुई थी। यह एंटीना अंतरिक्ष की गहराइयों से आने वाले खतरों जैसे एस्टेरॉयड्स, मेटियॉर्स आदि की जानकारी दुनिया भर के वैज्ञानिकों को देता है।

प्यूर्टो रिको में आर्सीबो ऑब्जरवेटरी स्थित इस एंटीनाका संचालन एना जी मेंडेज यूनिवर्सिटी, नेशनल साइंस फाउंडेशन और यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा मिलकर करते हैं। इस ऑब्जरवेटरी में एक 1007 फीट तीन इंच व्यास का बड़ा गोलाकार एंटीना है. जो सुदूर अंतरिक्ष में होने वाली गतिविधियों को पकड़ता है। इसका मुख्य काम धरती की तरफ आ रही खगोलीय वस्तुओं के बारे में जानकारी देना है।1007 फीट व्यास वाले एंटीना में 40 हजार एल्यूमिनियम के पैनल्स लगे हैं जो सिग्नल रिसीव करने में मदद करते हैं।इस एंटीना को आर्सीबो राडार कहते हैं। आर्सीबो ऑब्जरवेटरी को बनाने का आइडिया कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विलियम ई गॉर्डन को आया था। इस ऑब्जरवेटरी को बनने में तीन साल लगे।

  • इस एंटीना का निर्माण 1960 में शुरू हुआ था जो 1963 में पूरा हुआ।
  • एंटीना के बीचो-बीच एक रिफलेक्टर है जो ब्रिज के जरिए लटका हुआ है।
  • यहां ऐसे दो रिफलेक्टर्स हैं। पहला 365 फीट की ऊंचाई पर और दूसरा 265 फीट की ऊंचाई पर।
  • सभी रिफलेक्टर्स को तीन ऊंचे और मजबूत कॉन्क्रीट से बने टावर से बांधा गया है। बांधने के लिए 3.25 इंच मोटे स्टील के तारों का उपयोग किया गया है।
  • ऑर्सीबो राडार यानी एंटीना कुल 20 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है और इसकी गहराई 167 फुट है।
  • इस ऑब्जरवेटरी में जेम्स बॉन्ड सीरीज की मशहूर फिल्म गोल्डन आई का क्लाइमैक्स सीन फिल्माया गया था।
  • इस फिल्म में पियर्स ब्रॉसनन जेम्स बॉन्ड का किरदार निभा रहे थे।
  • इसके अलावा इस ऑब्जरवेटरी में कई फिल्में, वेबसीरीज और डॉक्यूमेंट्रीज बन चुकी हैं ।
  • इस ऑब्जरवेटरी के जो केबल टूटे हैं उन पर 5.44 लाख किलोग्राम वजन था। केबल टूटने से एंटीना के 100 फीट के हिस्से में छेद हो गया है।

बता दें कि इस एंटीना की मदद से दुनिया भर के करीब 250 साइंटिस्ट अंतरिक्ष पर नजर रखते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं यह जगह पर्यटकों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है। यहां पर हर साल करीब एक लाख पर्यटक आते हैं ताकि वो इस एंटीना को देख सकें और यहां पर किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। इस एंटीना ने पिछले 50 सालों में कई चक्रवातों, भूकंपों और हरिकेन्स की जानकारियां भी दी हैं। अब साइंटिस्ट हैरान है कि करीब 900 टन का यह ढांचा कुछ ही केबल्स पर टिका है। इसे तत्काल रिपेयरिंग की जरूरत है। अगर जल्द ही इसकी मरम्मत नहीं की गई तो पूरा का पूरा ढांचा गिर सकता है। अगर यह ढांचा गिर गया तो इसे वापस बनाने में काफी समय लग जाएगा। साइंटिस्ट ने टूट-फूट का आकलन किया तो पता चला कि करीब 89.46 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।

Tanuja

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