पेरिस में कांगो शासन विरोधी प्रदर्शनकारियों ने की आगजनी

Saturday, Feb 29, 2020 - 03:27 PM (IST)

पेरिसः पेरिस में कांगो के एक गायक की मेजबानी से आक्रोशित कांगो शासन विरोधी प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को कार्यक्रम स्थल के बाहर खड़े स्कूटरों और डब्बों में आग लगा दी। उनका आरोप है कि गायक ने कांगो शासन का पक्ष लिया था। हंगामे के दौरान पास के गेयर दे लियों स्टेशन को आंशिक रूप से खाली कराया गया और पुलिस ने लोगों को वहां से दूर रहने की हिदायत दी क्योंकि शहर के ऊपर धुंए का गुबार भर गया था। अधिकारियों ने राजधानी में एकोर होटल्स एरिना में गायक फैली इपुपा के कंसर्ट स्थल के आस पास प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी लेकिन बावजूद नाराज कई लोग वहां जमा हो गए।

 

घटनास्थल पर मौजूद एक विरोधी विली डेंडेबे ने कहा, ‘‘अपने (कांगो सरकार के) संगीत से वे समूचे लोगों को अपनी ओर करना चाहते हैं जबकि कातिल हैं, उन्होंने महिलाओं और बच्चों का बलात्कार किया है।'' उसने कहा, ‘‘मैं सिर्फ उनकी वजह से यहां (फ्रांस में) 30 साल से हूं! 30 साल... और हम उन्हें यहां फ्रांस में रहने दें जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो। हां, इसलिए हमलोग गुस्से में हैं!'' पुलिस ने बताया कि 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया और प्रतिबंध के बावजूद प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए 54 पर जुर्माना लगाया गया तथा ट्रेन एवं यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं। पेरिस की पुलिस ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की और कहा ‘‘हिंसा स्वीकार नहीं की जाएगी''। पुलिस ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें प्रदर्शनकारियों के बर्ताव को ‘‘शर्मनाक'' बताया गया।

 

फ्रांस के आंतरिक मंत्री क्रिस्तोफ कास्तने ने हिंसा और इसकी वजह से इलाके में हुई क्षति की निंदा की जबकि नेशनल असेंबली के सदस्य एरिक सिओती ने इस घटना को अस्वीकारणीय‘‘शहरी दंगा'' बताया। धुर दक्षिणपंथी पार्टी ‘नेशनल रैली' की नेता मारीन ले पेन ने ट्वीट कर इस प्रदर्शन को ‘‘घृणित'' बताया। उन्होंने लिखा, ‘‘यह दुनिया को हमारे देश की कैसी तस्वीर पेश करता है।'' कांगो के लोग अक्सर वहां के कलाकारों के फ्रांस या बेल्जियम में कार्यक्रम का विरोध करते हैं और उन पर कांगो गणराज्य के राष्ट्रपति जोसफ कबीला एवं उनका स्थान लेने वाले फेलिक्स त्शिसेकेदी का करीबी होने का आरेाप लगाते हैं। त्शिसेकेदी ने जनवरी 2019 में कार्यभार संभाला था।

Tanuja

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