अमरीकी मिसाइल पनडुब्बी  पहुंची साउथ कोरिया

Wednesday, Apr 26, 2017 - 12:15 PM (IST)

सियोलः नॉर्थ कोरिया के साथ जारी तनाव के बीच अमरीका की मिसाइल से लैस पनडुब्बी यू.एस.एस. मिशिगन मंगलवार को साउथ कोरिया पहुंच गई। न्यूज चैनल सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया कि अमरीकी नेवी की पनडुब्बी मंगलवार को कोरिया के तटवर्ती शहर बुसान पहुंच गई। मंगलवार को नॉर्थ कोरिया अपनी सेना की स्थापना की 85वीं वर्षगांठ मना रहा है। उसने रविवार को पश्चिमी प्रशांत महासागर इलाके में जापान के 2 युद्धक पोतों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे अमरीका के विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन को डुबाने की धमकी दी थी।  

कोरिया में तैनात अमरीकी नौसेना की इकाई 'यूएस नवल फोर्सेज कोरिया' की ओर से जारी बयान में अमरीकी पनडुब्बी के साउथ कोरिया पहुंचने को नियमित सैन्य गतिविधि का हिस्सा बताया गया है। बयान में कहा गया कि यह अमरीका और साउथ कोरियाई नौसेनाओं के बीच संबंधों को रेखांकित करने का अवसर है। दोनों देशों के बीच चल रहे संयुक्त सैन्या अभ्यास में इस अमरीकी पनडुब्बी के हिस्सा लेने की उम्मीद नहीं है, हालांकि इलाके में इसकी उपस्थिति प्योंगयांग के लिए सख्त संदेश की तरह है। 

इसी महीने अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमरीका कोरियाई प्रायद्वीप में जहाजी सैन्य बेड़ा भेज रहा है, जिसमें पनडुब्बियां भी शामिल होंगी। 'फॉक्स न्यूज' को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा था, 'हम एक जहाजी सैन्य बेड़ा भेज रहे हैं, बेहद मजबूत बेड़ा। हमारे पास पनडुब्बियां हैं, वे भी बेहद ताकतवर हैं, किसी विमानवाहक पोत से भी मजबूत।' सीएनएन के मुताबिक, अत्याधुनिक मारक मिसाइलों से लैस यह पनडुब्बी बेहद सटीक और आधुनिक संचार प्रणाली से भी लैस है। 560 फुट लंबी इस पनडुब्बी मिशिगन का वजन 18,000 टन है और ओहियो श्रेणी की चार पनडुब्बियों में से एक है। ओहियो श्रेणी की ये चारों पनडुब्बियां 154 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों से लैस हैं।

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