AI ने गोनोरिया और एमआरएसए सुपरबग के लिए एंटीबायोटिक्स डिज़ाइन किए
punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 10:05 PM (IST)

नेशनल डेस्क: शोधकर्ताओं ने एक बड़ी वैज्ञानिक सफलता की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की मदद से ऐसे दो नए संभावित एंटीबायोटिक्स विकसित किए गए हैं जो दवा-प्रतिरोधी गोनोरिया और एमआरएसए (MRSA) जैसे खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म करने में सक्षम हैं।
ये दोनों यौगिक परमाणु स्तर पर डिज़ाइन किए गए हैं, और अब तक के प्रयोगशाला और पशु परीक्षणों में कारगर साबित हुए हैं। हालाँकि, इन दवाओं के आम इस्तेमाल से पहले इन्हें और परखने, सुधारने और नैदानिक (क्लिनिकल) परीक्षणों की आवश्यकता है, जिसमें कई साल लग सकते हैं।
एंटीबायोटिक खोज में "दूसरा स्वर्ण युग"
इस शोध के पीछे अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) की टीम है। उनका कहना है कि AI की मदद से एंटीबायोटिक दवाओं की खोज में नया "स्वर्ण युग" शुरू हो सकता है। टीम के अनुसार, एंटीबायोटिक्स लंबे समय से बैक्टीरिया के इलाज में इस्तेमाल होती रही हैं, लेकिन दवाओं के अत्यधिक और अनियंत्रित उपयोग ने बैक्टीरिया को 'सुपरबग्स' में बदल दिया है, जो अब मौजूदा दवाओं पर असर नहीं होने देते।
हर साल लाखों मौतें, नई दवाओं की दरकार
वर्तमान में दवा-प्रतिरोधी संक्रमणों के कारण हर साल दुनियाभर में 10 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो रही है। इससे निपटने के लिए नई एंटीबायोटिक दवाओं की ज़रूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है।
पहले भी हुआ है AI का इस्तेमाल
शोधकर्ताओं ने पहले भी हजारों ज्ञात रसायनों की जांच के लिए AI तकनीक का इस्तेमाल किया है ताकि उनमें से ऐसे रसायन खोजे जा सकें जो बैक्टीरिया को मारने की क्षमता रखते हों। लेकिन अब AI से पूरी तरह नए यौगिक डिजाइन करना एक नया और बड़ा कदम है।