सुनामी के बाद इंडोनेशिया में ज्वालामुखी का खतरा, लोगों को सलाह-एहतियात बरते

Friday, Dec 28, 2018 - 11:10 AM (IST)

जकार्ताः इंडोनेशिया में जावा और सुमात्रा के बीच सुंडा क्षेत्र में स्थित अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुुखी की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता के स्तर में इजाफा किया है और इसके बाद लोगों तथा प्रशासन को अधिक एहतियात बरतने को कहा गया है।  समाचार पत्र जकार्ता पोस्ट के मुताबिक प्रशासन ने स्थानीय लोगों तथा पर्यटकों को इस ज्वालामुखी के तीन किलोमीटर के दायरे में नहीं आने की हिदायत दी है। पिछले कईं दिनों से ज्वालामुखी में गैस उत्सर्जन और विस्फोट जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को ज्वालामुखी में हुए जोरदार विस्फोट के कारण कईं सौ मीटर ऊंचाई तक धूल और धुएं के गुबार छा गए थे और इसके बाद समुद्र्र में चट्टानें खिसकने से जबर्दस्त सुनामी आई थी जिसकी चपेट में आकर 430 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 1500 के आसपास घायल हैं। अभी हालही में इंडोनेशिया में आई भयंकर सुनामी के बाद बाद यहां हर ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है।  इस आपदा में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 429 हो गई है। बचाव कार्यकर्ता और हजारों सैनिक अभी भी मलबे में तब्दील समुद्र तटों पर पीड़ितों की तलाश में जुटे हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता बताया कि 128 लोग लापता हैं और 1,459 लोग घायल हुए हैं।

एजेंसी का कहना है कि लापता लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका है। भूगर्भ विज्ञानियों ने आगाह करते हुए कहा है कि यहां फिर से सुनामी आ सकती है। वैसे तो सुनामी भूकंप के कारण आती है लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार संभवतः अनक क्राकोटाओ ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण आई  जिस वजह से निकट भविष्य में सुनामी का खतरा बना हुआ है। इसकी वजह देश में 127 ऐक्टिव ज्वालामुखी का होना है जो पैसिफिक ओसन के 'रिंग ऑफ फायर' में स्थित हैं जहां ज्वालामुखी विस्फोट अक्सर होता रहता है।

Isha

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