अफगानी महिला एंकर ने बेखौफ लिया तालिबान अधिकारी का इंटरव्यू, पूछे तीखे सवाल

Wednesday, Aug 18, 2021 - 02:31 PM (IST)

काबुलः अफगानिस्तान में तालिबान कब्जे के बाद वहां की महिलाएं  खौफ के साए में है।  उन्हें डर है कि कहीं तालिबान पहले की तरह उनके सारे कानून और आज़ादी छीन न लें और कानून का पालन करने पर कहीं वह उनकी जान भी न ले लें।  तालिबान शासन के बीच ही  एक अफगान टेलीविजन स्टेशन पर मंगलवार को एक अलग तरह की छवि दिखाई गई। तालिबान के  कब्जे के बाद अफगान टीवी समाचार स्टेशनों ने साहसी महिला एंकरों के साथ प्रसारण फिर से शुरू कर दिया है। TOLOnews, अफगानिस्तान के पहले 24 घंटे के समाचार और करंट अफेयर्स टीवी नेटवर्क ने मंगलवार को अपडेट साझा किया, जिसमें कहा गया कि इसकी दो महिला पत्रकार काबुल शहर से लाइव रिपोर्टिंग  और एक तालिबान मीडिया टीम के सदस्य का स्टूडियो में लाइव साक्षात्कार कर रही हैं।

 अफगानिस्तान में  टेलीविज़न नेटवर्क एरियाना न्यूज़ के प्रमुख ने चैनल की एक महिला प्रस्तुतकर्ता की तस्वीर साझा करते हुए कहा: "हम यहां आपको नवीनतम समाचारों से अवगत कराने के लिए हैं। हमारे साथ रहें।"दरअसल एक अफगानी महिला न्यूज़ एंकर ने एक तालिबान अधिकारी का इंटरव्यू लिया जिसमें महिला ने अधिकारी से कई तीखे सवाल पूछे। तालिबान की मीडिया टीम के एक सदस्  मावलवी अब्दुलहक हेमाद से कई फुट दूर बैठी एंकर बेहेष्ट अरघंद ने उनसे काबुल की स्थिति और तालिबान द्वारा काबूल में घर-घर तलाशी लेने के बारे में बेधड़क कई सवाल पूछे। जिसके जवाब में  उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अब मानती है कि तालिबान देश के असली शासक हैं। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी चकित हूं कि लोग तालिबान से डरते हैं। तालिबान के विरोध के डर से काबुल के निवासी हाल के दिनों में बिना सिर के स्कार्फ वाली महिलाओं को दिखाने वाले विज्ञापनों को फाड़ रहे हैं, जिनकी विचारधारा महिलाओं को सार्वजनिक जीवन के लिए अयोग्य बनाती है।

 
वहीं इस न्यूज एंकर की हिम्मत के बारे में  टेलीविजन ने अपने ट्विटर अकाउट पर पोस्ट शेयर लिखा कि इस कार्यक्रम में  मेजबान बेहेष्ट अरगंड ने तालिबान की मीडिया टीम के एक करीबी सदस्य मावलवी अब्दुलहक हेमाद से काबुल की स्थिति और शहर में घर-घर की तलाशी के बारे में इंटरव्यू लिया।  वहीं इसके साथ ही एक ट्वीट में एक अन्य पत्रकार मैथ्यू ऐकिन्स ने भी अफगानिस्तान की इस महिला पत्रकार की तारीफ की।उन्होंने लिखा कि यह उल्लेखनीय, ऐतिहासिक, उत्साहजनक है। 


उधर,  अफगानिस्तान के पर्यवेक्षकों ने कहा कि हालांकि इस तरह का इंटरव्यू दुर्लभ हैं यह पहली बार नहीं था जब तालिबान ने सार्वजनिक रूप से महिला पत्रकारों के साथ बातचीत की । इसके अलावा शांति वार्ता में भाग लेने वाले सभी पुरुष तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने अफगान सरकार की एक टीम के साथ भी बातचीत की जिसमें कुछ महिला सदस्य भी शामिल थीं। उस दौरान उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों के लिए उनके अधिग्रहण का क्या मतलब हो सकता है, इस बारे में आशंकाओं को दूर करने के एक स्पष्ट प्रयास में, विद्रोही समूह ने महिलाओं से अपनी सरकार में शामिल होने का भी आग्रह किया है।

Tanuja

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