मानव इतिहास में पहली बार... धरती से 737 km ऊपर अंतरिक्ष में आम आदमी ने किया स्पेसवॉक
punjabkesari.in Thursday, Sep 12, 2024 - 09:29 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः अरबपति उद्योगपति जेयर्ड इसाकमैन गुरुवार को पहली निजी ‘स्पेसवॉक' के लिए निजी अंतरिक्ष यान स्पेसएक्स से निकले। पहली बार पृथ्वी से 737 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में आम नागरिकों ने स्पेसवॉक किया है। अपोलो मिशन पूरा होने के 50 साल बाद ऐसा अनोखा काम हो रहा है। इसाकमैन और उनके दल ने हैच खुलने से पहले अपने कैप्सूल का दबाव कम होने तक इंतजार किया। इसाकमैन बाहर निकले और अब तक स्पेसवॉक करने वाले कुछ एक लोगों में शामिल हो गए। इनमें अब तक एक दर्जन देशों के केवल पेशेवर अंतरिक्ष यात्री शामिल थे। इसाकमैन ने कहा, “घर वापस जाकर, हम सभी के पास करने के लिए बहुत काम है। लेकिन यहां से, यह निश्चित रूप से एक आदर्श दुनिया की तरह दिखता है।''
इसाकमैन ने एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के साथ मिलकर पांच दिन की यह अंतरिक्ष यात्रा प्रायोजित की है जिसका मुख्य उद्देश्य व्यावसायिक ‘स्पेसवॉक' या अंतरिक्ष में चहलकदमी है। कठोर निर्वात से खुद को बचाने के लिए यान में सवार चारों लोगों ने स्पेसएक्स के नए स्पेसवॉकिंग सूट पहने। उन्होंने मंगलवार को फ्लोरिडा से उड़ान भरी थी। पहले इसाकमैन ने करीब 15 मिनट तक कैप्सूल के बाहर चहलकदमी की जिसके बाद स्पेसएक्स की इंजीनियर सारा गिलिस बाहर निकलीं।
SpaceX and the Polaris Dawn crew have completed the first commercial spacewalk!
— Polaris (@PolarisProgram) September 12, 2024
“SpaceX, back at home we all have a lot of work to do, but from here, Earth sure looks like a perfect world.” — Mission Commander @rookisaacman during Dragon egress and seeing our planet from ~738 km pic.twitter.com/lRczSv5i4k
तीन बार टाली गई इस मिशन की लॉन्चिंग
पोलैरिस डॉन मिशन की लॉन्चिंग 26 अगस्त को होनी थी। जो प्री-फ्लाइट चेकअप में गड़बड़ मिलने के बाद टाल दी गई। फिर 27 अगस्त की लॉन्चिंग हीलियम लीक होने की वजह से टाली गई। 28 को प्लान बनाया था लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया। SpaceX ने अपने X हैंडल पर लिखा कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट फ्लोरिडा के आसपास समंदर में जहां गिरेगा, वहां मौसम ठीक नहीं है। इसलिए लॉन्चिंग टाल दी गई। SpaceX ने 10 सितंबर 2024 को पोलैरिस डॉन (Polaris Dawn) को लॉन्च किया था। लॉन्चिंग केप केनवरल से की गई। इसमें फॉल्कन-9 रॉकेट की मदद ली गई।