9/11: आतंकियों ने एयरक्राफ्ट हाइजैक कर किया था अटैक, एेसे की थी पूरी प्लेनिंग

Tuesday, Sep 11, 2018 - 01:20 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः आज 9/11 हमले की बरसी है। साल 2001 में अलकायदा के आतंकियों ने आज ही के दिन अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेंसिलवेनिया में एक साथ हमले को अंजाम दिया गया था। आतंकियों ने चार पैसेंजर एयरक्राफ्ट हाइजैक किए थे, जिसमें तीन प्लेन सही निशाने तक पहुंचे, जबकि चौथा क्रैश हो गया था। 

4 प्लेनों ने ढेर कर दिया था वर्ल्ड ट्रेड सेंटर
19 आतंकियों ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया था। आतंकियों ने दो पैसेंजर प्लेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावर में घुसा दिए थे। इसके बाद करीब 1 घंटे 42 मिनट के अंदर ही 110 मंजिल वाली वाली ट्रेड सेंटर की दोनों बिल्डिंग धराशाई हो गईं। इधर, तीसरे प्लेन से पेंटागन पर हमला किया गया, जिसमें पेंटागन की बिल्डिंग के वेस्टर्न हिस्से को थोड़ा नुकसान पहुंचा था। वहीं, वॉशिंगटन डीसी की ओर जा रहा चौथा प्लेन पेंसिलवेनिया में स्टोनीक्रीक टाउनशिप में एक मैदान में क्रैश हो गया था।  इस हमले में 400 पुलिस अफसरों और फायरफाइटर्स समेत 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 57 देशों के लोग शामिल थे।

ओसामा को मार अमरीका ने लिया था बदला
हमले का सीधा शक अलकायदा पर गया। अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ दी और तालिबान के खात्मे के लिए अफगानिस्तान पर हमला बोल दिया।  अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने शुरुआत में हमले में हाथ होने से इनकार किया, लेकिन 2004 में उसने हमले की जिम्मेदारी ले ली। इसके बाद अमेरिका ने हमले का बदला लेते हुए 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा को मार गिराया था।
 अटैक के बाद सुरक्षा को लेकर किए बदलाव
अमरीका सहित पूरी दुनिया को झकझोर देने वाले इस हमले के बाद अमरीका ने अपनी सिक्युरिटी पॉलिसीज में कड़े बदलाव किए। अमरीका आने वाले टूरिस्ट्स पर कड़ी नज़र रखी जाने लगी और कई देशों को दिए जाने वाले वीजा में भारी कटौती की गई। इनके अलावा भी कई बदलाव किए गए, जिनके जरिए अमरीका ने अपने देश में दोबारा ऐसी किसी आतंकवादी घटना को नहीं होने दिया।

Isha

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