9/11 की 20वीं बरसीः इतिहास नहीं भूलेगा यह तारीख...इस दिन आतंकी हमलों से थर्राया था अमेरिका

Saturday, Sep 11, 2021 - 10:41 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: 9/11 ऐसी तारीख है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। आज भी लोगों के दिल और दिमाग में न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कोन पर हुए आतंकी हमले के जख्म हरे हैं। भले ही अब वहां सबकुछ बदल चुका है लेकिन वो भयानक लम्हा लोगों को नहीं भूलता। न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कोन पर  हुए आतंकी हमले की आज 20वीं बरसी है। उस दिन सुबह 19 अल कायदा आतंकियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट एयरलाइनर्स को हाईजैक कर लिया था। आतंकियों ने दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया था जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा बिल्डिंग के अंदर काम करने वाले अनेकों लोग मारे गए थे। दोनों भवन दो घंटे के अंदर जमींदोज हो गए थे। इतना ही नहीं आसपास की बल्डिंग्स भी नष्ट हो गई थीं।

90 देशों के नागरिकों की गई जान
आतंकियों ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी.सी. के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,977 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे। पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे। करीब 90 देशों के नागरिकों ने इस हमले में अपनी जान गंवाई थी।

हमले से थर्रा उठा था अमेरिका
दुनिया पर धाक जमाने वाला अमेरिका इस हमले से पूरी तरह थर्रा गया था। चार यात्री विमान ने तब भारी तबाही मचाई थी। पूरी दुनिया ने एक सुर में इस आतंकी हमले की निंदा की थी और आतंकियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करने को कहा था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश ने इस हमले के मास्टर माइंड ओसामा बिन लादेन और उसके साथियों का खात्मा करने के लिए अरबों डॉलर खर्च डाले वे खाली हाथ रहे। इसके बाद नए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस मिशन को अंजाम दिया। अमेरिका ने सद्दान हुसैन पर 'तबाही के हथियार' बनाने का आरोप लगाते हुए इराक पर हमला बोल दिया। सद्दाम हुसैन को 2003 में अमेरिका ने फांसी पर लटकाया। 9/11 हमले के असली गुनहगार ओसाम बिन लादेन को मारने के लिए साल 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान में स्ट्राइक कर लादेन को मारा गया।

Seema Sharma

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