दो भारतीय-अमरीकी नागरिक होंगे 'ग्रेट इमिग्रेंट अवॉर्ड' से सम्मानित

Saturday, Jul 01, 2017 - 05:00 PM (IST)

न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के अमरीकी, अडोब के प्रमुख शांतनु नारायण और पूर्व अमरीकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति का नाम उन 38 प्रवासियों की सूची में शुमार है जिन्हें देश के समाज, संस्कृति और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में उनके योगदान के लिए ग्रेट इमिग्रेंट्स पुरस्कार से नवाजा जाएगा।  


नारायण और मूर्ति को चार जुलाई को अमरीका के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रतिष्ठित ग्रेट इमिग्रेंट्स वार्षिक पुरस्कार से नवाजा जाएगा। मूर्ति(39)का जन्म ब्रिटेन में हुआ था और वह हार्वड और येल के पूर्व छात्र हैं। पूर्व राष्ट्रपति बराक आेबामा ने वर्ष 2014 में उन्हें देश का सर्जन जनरल नियुक्त किया था और यह पद पाने वाले वह पहले भारतीय अमरीकी थे। नारायण देश के सबसे युवा सर्जन जनरल बने। हालांकि इस साल अप्रैल में ट्रंप प्रशासन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था।

नारायण(54)जो हैदराबाद के हैं और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्रीधारी हैं, इसके अलावा कंप्युटर साइंस में स्नातकोत्तर हैं साथ ही युसी बरकेले से एमबीए हैं। वे अमरीकी-भारत व्यापार परिषद के बोर्ड के सदस्य भी हैं। वे उन सीईओ में भी शामिल थे जो इस सप्ताह वाशिंगटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान मौजूद थे। इन दोनों के अलावा अन्य सम्मानित व्यक्तियों में कनाडा के सोशल आंत्रप्रेन्योर जेफ स्कोल जिन्हें 2017 में फिलेन्थ्रॉपी के कार्नेज मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। पेपल के कोफाउंडर युक्रेन के मैक्स लेवचीन, ईरानी मूल के फिलान्थ्रॉपिस्ट और ऑत्रप्रेन्योर हुसांग अंसारी हैं। कार्नेगी कॉरपोरेशन ऑफ न्यूयॉर्क के अध्यक्ष वर्टन जोरिजयन ने कहा,ग्रेट इमिग्रेंट्स  को हमारा वार्षिक सलाम प्रतिभा, कौशल और उपलब्धि की समृद्धि दर्शाता है जो दुनियाभर से प्रवासी अमरीकी समाज में लाते हैं।

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