ब्रिटेन में  स्पर्म डोनर्स से पैदा 500 बच्चे बन गए खतरा

punjabkesari.in Tuesday, May 08, 2018 - 03:58 PM (IST)

लंदनः ब्रिटेन में स्पर्म डोनर को लेकर एेसी रिपोर्ट सामने आई है जिसने ब्रिटिश समाज को डिंता में डाल दिया है।  ह्यूमन फर्टिलाजेशन ऐंड एम्ब्रायॉलजी अथॉरिटी के आंकड़ों के अनुसार 17 ब्रिटिश स्पर्म डोनर ने 500 से ज्यादा बच्चों को जन्म दिया है।  ऐसे में अब डर सता रहा है कि इससे दर्जनों युवाओं में फॉल्टी जीन का प्रभाव हो सकता है। इसका मतलब है कि एक-दूसरे के संबंध के बारे में बगैर जाने 'भाई-बहन' भी संबंधों में रह सकते हैं।

आंकड़ों का कहना है कि 1991 से 2015 के बीच 17 से स्पर्म डोनर 500 से ज्यादा बच्चों के पिता हैं। आंकड़ों को समझें तो एक व्यक्ति करीब 20 से 29 बच्चों का पिता है। हालांकि इन स्पर्म डोनर का एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सी, सीजेडी, सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी गंभीर बीमारी का टैस्ट किया जाता है। लेकिन इन स्पर्म डोनर के जीन की जांच नहीं की जाती जो कुछ मामलों में कैंसर और अल्जाइमर के रोग को बढ़ावा दे सकता है। द चैरेटी ओवेरियन कैंसर एक्शन का कहना है कि यदि स्पर्म डोनर्स के परिवार में किसी को कैंसर हो तो ही इनके जीन की जांच की सकती है। 

ओवेरियन कैंसर ऐक्शन के प्रमुख मेरी-क्लेरी प्लैट ने डेली टेलिग्राफ को बताया, 'वंशानुगत कैंसर की जांच किए बगैर डोनर बगैर जानकारी के ही गंभीर बीमारी को ट्रांसफर कर रहे हैं, जिससे ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका रहती है।' यह उन जोड़ों के लिए बड़ी चिंता का विषय है, जो इन बच्चों को अपनाने वाले हैं। प्लैट ने कहा, 'हम अथॉरिटी से मांग करते हैं कि वे डोनर के जेनेटिक कैंसर की भी जांच करें, ताकि भविष्य में किसी बच्चे को ऐसी गंभीर बीमारी का सामना न करना पड़े।' 2013 की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि एक व्यक्ति के स्पर्म से पैदा हुए 50 प्रतिशत बच्चों में कैंसर के लक्षण पाए गए। फर्टिलिटी पार्टनरशिप के क्लिनिकल डॉक्टर जोफ ट्रयू का कहना है कि उन्हें लगता है कि आने वाले समय में स्पर्म डोनर के लिए टेस्टिंग और कड़ी की जाएगी


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Tanuja

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