पत्नि ने पहले लगाई पति को आग, वैन से कुचला और फिर.... 13 साल का रिश्ता का किया खूनी अंत, जानें क्या थी वजह
punjabkesari.in Monday, Jul 07, 2025 - 03:15 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के मिशिगन में एक बेहद हैरान कर देने वाली और खौफनाक घटना सामने आई है। यहां एक महिला ने पहले अपने घर में आग लगा दी और फिर अपने ही पति को वैन से कुचल कर मार डाला। यह पूरा मामला बेवफाई और पैसों को लेकर हुए झगड़े से जुड़ा है। लिंडा स्टर्मर नाम की इस महिला ने अपने पति टॉड स्टर्मर के साथ शादी के 13 साल बाद ऐसा भयानक कदम उठाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिंडा का अपने ऑफिस में एक ट्रक ड्राइवर के साथ अफेयर चल रहा था और दोनों के बीच अक्सर पैसों व धोखेबाजी को लेकर झगड़ा होता रहता था।
13 साल का रिश्ता और फिर खूनी अंत
टॉड और लिंडा स्टर्मर 13 साल से भी ज्यादा समय से साथ थे। उनकी पहली मुलाकात 1989 में हुई थी। उस समय लिंडा एक सिंगल मदर थीं और दो छोटी बेटियों के साथ तलाक की प्रक्रिया से गुजर रही थीं। 90 के दशक की शुरुआत में शादी से पहले इस जोड़े के दो बेटे भी हुए। हालांकि, 2007 तक उनकी शादी टूटने लगी, क्योंकि लिंडा का अपने ऑफिस के एक ट्रक ड्राइवर के साथ प्रेम संबंध था। 6 जनवरी, 2007 को लिंडा और टॉड के बीच धोखाधड़ी और धन संबंधी समस्याओं को लेकर काफी तीखा झगड़ा हुआ था.

क्या था पूरा मामला?
यह भयानक घटना जनवरी 2007 की है। लिंडा और टॉड के बीच झगड़े के बाद अगले दिन अचानक पूरे घर में आग लग गई। जब दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि घर पूरी तरह जलकर खाक हो चुका था। टॉड बुरी तरह घायल थे और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ वह और भी चौंकाने वाला था। टॉड के सिर और शरीर पर गंभीर चोट के निशान मिले। यहां तक कि उनके शरीर पर पेट्रोल जैसा ज्वलनशील पदार्थ (एक्सीलरेंट) भी मिला, जिसका मतलब था कि किसी ने जानबूझकर आग लगाई थी। इतना ही नहीं, जिस वैन से लिंडा आग से बचने के लिए भाग रही थी, उस पर भी खून के निशान मिले। बाद में पुलिस इस भयानक निष्कर्ष पर पहुंची कि वैन टॉड के ऊपर से गुजरी थी, यानी लिंडा ने खुद अपने पति को उस वैन से कुचल दिया था।
शुरुआत में लिंडा से पूछताछ की गई और उस समय उसने बताया कि उसने टॉड की चीख सुनी और देखा कि लिविंग रूम में आग लगी हुई है। वह सामने के दरवाजे से बाहर भागी और वैन में कूद गई, यह जानते हुए कि चाबियां अंदर हैं और उम्मीद कर रही थी कि टॉड उसका पीछा करेगा। उसने दावा किया कि वह 911 पर कॉल करने के लिए अपना मोबाइल नहीं उठा पाई थी।
खुद को बचाने के लिए गढ़ीं कई कहानियाँ
लिंडा ने पुलिस को बताया कि आग का पता चलने पर वह भाग निकली और वैन में बैठ गई। उसे लगा कि उसका पति भी उसके पीछे भाग रहा होगा। उसने कहा कि अफरा-तफरी में उसे एहसास ही नहीं हुआ कि उसने उसे कुचल दिया है। पड़ोसियों ने देखा कि टॉड जले हुए हालत में घर के बाहर पड़े थे। वह जीवित थे लेकिन कुछ बोल नहीं पा रहे थे। बाद में बेटों को भी मां पर शक होने लगा कि आखिर मां बच गई और पिता नहीं बच पाए।
आखिरकार खुली पोल, कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद
2009 में लिंडा पर हत्या और आगजनी का केस दर्ज हुआ। उसके बेटे उसके खिलाफ हो गए, लेकिन बेटियों ने साथ दिया। कोर्ट में उसके एक पुराने दोस्त ने भी गवाही दी कि लिंडा अक्सर कहती थी- "पति से पीछा छुड़ाना है, उसे कार से कुचल दूंगी।"
2010 में कोर्ट ने लिंडा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उसने बार-बार अपील की और कहा कि उसे सही तरीके से सुनवाई का मौका नहीं मिला। 2018 में यह सजा पलट दी गई और दोबारा मुकदमा चला। इस साल फिर कोर्ट में उसके बेटे ने गवाही दी और बताया कि मां ने उन्हें झूठ बोलने के लिए कहा था। अंत में 60 साल की लिंडा को फिर से हत्या का दोषी पाया गया और उसे दोबारा जेल भेज दिया गया। जज ने सजा सुनाते हुए कहा, "हत्या अपने आप में भयानक होती है, लेकिन तुमने जो किया वो उससे भी ज्यादा खौफनाक था।"
टॉड के परिवार ने भी अदालत में अपना दर्द बयां किया। उनकी मां सैंड्रा ने अदालत को बताया कि यह जानकर उनका दिल टूट गया कि टॉड अपने बेटों को बड़े होते देखने या अपने छह पोते-पोतियों से मिलने के लिए जीवित नहीं रह सके। लिंडा को पैरोल की संभावना के बिना आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
