कारों की दुनिया की सबसे बड़ी ठगी: ऑर्डर पर मंगवाई 1000 कारें, अभी तक नहीं की पेमेंट !

Saturday, Mar 23, 2024 - 02:12 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कारों की दुनिया की सबसे बड़ी ठगी का मामला सामने आया है ।  दुनिया में बड़े-बड़े सौदे और कारोबार विश्वास पर चलते हैं  लेकिन फिर भी एक कहावत बड़ी काम की है कि आज नकद कल उधार।  लेकिन  उत्तर कोरिया की सरकार ने कार खरीदारी में ऐसी उधारी लगाई जिसका भुगतान आज तकरीबन 50 साल बीत जाने के बाद भी नहीं किया गया।   इस उधारी का बही-खातों में  आंकड़ा 320 मीलियन डॉलर से भी आगे निकल चुका है। इसे कारों की दुनिया की सबसे बड़ी ठगी भी कहा जाता है।

 

1970 के दशक में, स्वीडिश कार निर्माता कंपनी Volvo अपना नेटवर्क विस्तार करने में लगी थी. घरेलू बाजार के अलावा कंपनी दूसरे देशों में भी व्यापार बढ़ाने की योजना बना रही थी। इसी बीच वोल्वो को उत्तर कोरिया में बेहतर संभावनाएं दिखी। उस वक्त उत्तर कोरिया आर्थिक रूप से सबसे मजबूत देशों में से एक बनकर उभर रहा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 1970 के दशक में नार्थ कोरिया की सरकार ने स्विडन की प्रमुख कार निर्माता कंपनी Volvo को भारी मात्रा में कारों का ऑर्डर दिया। Volvo नेपूरे बंदोबस्त के साथ नार्थ कोरिया कारों की डिलीवरी की लेकिन आज तक इन कारों का भुगतान नहीं किया गया है। साल 1974  में जब तत्कालीन स्वीडिश सरकार ने उत्तर कोरिया के साथ एक समझौता किया था जिसके तहत  टैक्सियों के रूप में इस्तेमाल करने के लिए 1,000 वोल्वो 144 सेडान कारों के साथ-साथ 70 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक मूल्य की भारी मशीनरी का ऑर्डर दिया गया था।

 

यह वह समय था जब उत्तर कोरिया की औद्योगिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही थी और उसे अन्य देशों से भी सहायता मिल रही थी।  स्वीडन से वोल्वो ने 1000 कारों की खेप को उत्तर कोरिया भेजा, जिनका इस्तेमाल वहां पर टैक्सियों के रूप किया गया। लेकिन आज तक तकरीबन 50 साल बीत जाने के बाद भी उत्तर कोरिया की सरकार ने इन कारों का पेमेंट नहीं किया है। आज भी नॉर्थ कोरिया की सड़कों पर वोल्वो की कुछ पुरानी कारें दौड़ती हैं, जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं।

Tanuja

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