9 साल के बच्चे ने सुनाई ISIS की ऐसी खौफनाक लाइफ कि सुनकर खड़े हो जाएंगे रौंगटे

Monday, May 02, 2016 - 03:36 PM (IST)

नई दिल्ली: आईएसआईएस के कब्जे से भागकर आए 9 साल के यजीदी लड़के मुराद ने वहां की खौफनाक लाइफ के बारे में बताया। मुराद ने अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाते हुए कहा कि आईएस कैम्प में यजीदी बच्चों को उन्हें उनकी फैमिली और कम्युनिटी के लोगों का कत्ल करने के लिए उकसाया जाता था। मुराद अपने छोटे भाई और मां के साथ हाल ही में आईएस कैम्प से भागकर इराकी कुर्दिस्तान लौटा है। 


मुराद के मुताबिक, आईएस आतंकी उन्हें काफिरों के खिलाफ जंग के मैदान में लडऩा सिखाते थे। उन्हें हर दिन बंदूक चलाना और चाकू से वार करने की प्रैक्टिस कराई जाती थी। यहां बच्चों को शिया मुस्लिम, इराकी कुर्दिस्तान की पेशमेर्गा फोर्सेस और सीरियन कुर्दिश वायपीजी मिलिटिया के खिलाफ भड़काया जाता था। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें हमेशा बड़े आतंकियों जैसे कपड़े पहनाए जाते थे।


वहीं, बच्चों की फैमिलीज को वीडियो दिखाए जाते थे। इनमे वह अपने बच्चों को ट्रेनिंग करते हुए देख सकते थे। आतंकी कहते थे कि तुम एक यजीदी हो और काफिर हो। हम तुम्हें सच्चे धर्म (सुन्नी मुस्लिम) में कन्वर्ट करेंगे तो तुम जन्नत जाओगे। मुराद ने बताया कि वह अन्य लड़कों की तरह एक मिठाई की दुकान में काम करता था।


उस दौरान भी फाइटर्स वाले कपड़े पहनने होते थे। बीते महीने तक करीब 750 बच्चे आईएस के चंगुल से भाग कर आए हैं। वहीं, हजारों अब तक लापता हैं। मुराद की मां को आईएस के लड़ाकों ने पैसे देकर खरीदा और सेक्स स्लेव बनाया था। बेटे के सामने करीब 14 लोग बार-बार मां का रेप करते और मारते थे। 

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