भूकंप पीड़ित मां-बेटी की दर्दनाक दास्तां, एक दिन में 7-8 लोग करते थे बलात्कार

Wednesday, Sep 09, 2015 - 01:38 PM (IST)

नई दिल्ली: नेपाल में भूकंप ने ऐसा कहर ढाया कि कई लोगों के घर छिन गए और उन्हें रोजी रोटी के लिए भी दर-दर भटकना पड़ा। इसके चलते कई लोग अपना घर बार छोड़ आस-पड़ोस के देशों में रोजगार की तलाश में आ गए, ताकि अपना गुजर बसर कर सकें, लेकिन इन्हें क्या पता था कि रोजगार ढूंढने की ये कोशिश उन्हें किसी गंदे दलदल में धकेली देगी।

जानकारी के अनुसार, सऊदी अरब के एक राजनयिक के गुडग़ांव स्थित घर में नेपाली मूल की दो महिलाओं को महीनों तक बंधक बनाकर रखा गया। यहां पर उनके साथ कथित तौर पर रेप भी किया गया। पुलिस ने सोमवार को स्थानीय लोगों और एनजीओ के दखल के बाद इन महिलाओं को छुड़वाया।

दिल्‍ली से सटे गुडग़ांव से छुड़ाई गई 44 साल की महिला और उसकी 20 साल की बेटी ने अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई है। लड़की ने कहा कि पिछले चार महीने हमारे लिए किसी शाप से कम नहीं थे। महिला के मुताबिक कभी-कभी तो ऐसा हुआ कि एक दिन में सात-आठ लोगों ने उनके साथ बलात्‍कार किया। नेपाल की इस मां-बेटी ने राजनयिक पर गैंगरेप का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍हें सऊदी अरब ले जाकर सामूहिक बलात्‍कार किया गया।

कहा जा रहा है कि महिला और उसकी बेटी को घर के काम के लिए रखा गया था लेकिन बाद में उन्हें ‘सेक्‍स स्‍लेव’ बना दिया गया। जब इन्होंने विरोध किया तो धमकी मिली कि तुम्हारा मर्डर कर लाशें किसी गटर में फेंक देंगे। इस महिला का आरोप है कि रेप का विरोध करने पर राजनयिक ने उसके हाथ पर चाकू से हमला भी किया था। उन्होंने बताया कि राजनयिक उन्हें कई बार दिल्ली से बाहर आगरा और नैनीताल भी लेकर गया। वहां उसके कुछ गेस्ट भी उनका रेप करते। राजनयिक उन्हें अप्राकृतिक और ओरल सेक्स के लिए भी मजबूर करता था। 

सहायक पुलिस आयुक्त राजेश ने बताया कि इस फ्लैट को दिल्ली स्थित सउदी दूतावास ने किराये पर ले रखा है। एक नई घरेलू सहायिका उस फ्लैट पर गई और उसने इन दोनों महिलाओं की दुर्दशा देखी और वहां से चली गई। उस घरेलू सहायिका ने एक एनजीओ को इसकी खबर दी जिसने पुलिस को बताया, जिसके बाद ही गुडग़ांव पुलिस ने डीएलएफ फेज टू में उस फ्लैट पर छापा मारकर महिलाओं को मुक्त कराया। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक किसी को गिरफ्तारी नहीं किया गया है। 

इस मामले में विदेश मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है और मामले को लेकर सऊदी दूतावास से संपर्क करने की तैयारी है। मामला दो अलग देशों के नागिरकों से जुड़ा है इसलिए सोच समझकर कार्रवाई की जा रही है। विदेश मंत्रालय आगे की कार्रवाई के लिए गुडग़ांव पुलिस की एक विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। गुडग़ांव पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद यदि यह तय हो जाता है कि प्रथम दृष्टया सऊदी राजनयिक अधिकारी इस अपराध में शामिल है और बलात्कार की पुष्टि हो जाती है और आरोपी से पूछताछ किए जाने की आवश्यकता है तो विदेश मंत्रालय इसमें कार्रवाई करेगा।

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