इस तरह से सजाएं सूखे फूलों से घर का आंगन (pics)

Friday, Jan 22, 2016 - 11:22 AM (IST)

इंसान की जिंदगी में फूलों का एक अलग ही महत्त्व है। एेसा कई बार होता है कि आपका मन परेशान हो लेकिन खिले फूलों को देखकर आप ताजगी भरा महसूस करने लगें। यही वजह है कि किसी बीमार व्यक्ति के सामने हम हमेशा फूल रख देतेे हैं ताकि वह जल्दी से ठीक हो जाए। 

फूलों से हर कोई प्रेम करता है। एक ओर जहां ये आपके घर को खूबसूरत लुक देते हैं वहीं मन को भी सुकून देते हैं। सौंदर्य व सजावट में फूलपौधों का इस्तेमाल किया जाता है। हर फूल एक निर्धारित समय के लिए अनुकूल मौसम और परिस्थितियों में ही खिलता। अकसर लोग सूखे फूलों को फेंक देते हैं जबकि सूखे फूल व फूल उत्पादों से कई तरह के गुलदस्ते, शुभकामना कार्ड, बुके या फिर अन्य सजावटी चीजें बनाई जा सकती हैं।

 

1. फूल सुखाने के तरीके

फूलों को कई प्रकार से सुखाया जा सकता है जैसे वैक्यूम ड्राइंग, ओवन ड्राइंग, हवा में सुखाना या फिर माइक्रोवेव ड्राइंग। ओवन ड्राइंग एक ऎसी विधि है जिसमें फूलों को किसी पात्र में रखकर ओवन में रखकर सुखाया जाता है जिसका एक नियंत्रित तापमान होता है।

हालांकि कुछ ऐसे पौधे, जिन में नमी कम हो, जल्दी ही सामान्य तापमान व हवा में कम नमी के होते सूख जाते हैं। इन में खासकर स्ट्रा फूल, पेपर फूल, स्टैटिस, धूप, फ्लेमिंजिया आदि शामिल हैं। कई पौधों के सुंदर फल, बीज व टहनियां अपने आप सूख जाते हैं। ऐसे पौधों में अमलतास, रत्ती, क्लिमैटस, चीड़, रीठा आदि खास हैं।

इस विधि से फूल जल्दी सूख जाते हैं। डहलिया के फूल की खूबी है कि इसकी पंखुडियों का रंग अधिक समय तक टिका रहता है। इसके फूलों के कर्ण को विकसित होने से पहले ही इन्हें तोड लें और इसकी टहनी में बालूमिट्टी भर दें। इसके फूलों को ओवन में 35 से 40 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर सुखा लें। 

खिले फूलों के साथ ही आप सूखे फूलों से भी अपने घर को सजा सकते हैं। इसका फायदा यह भी है कि जो फूल मौसमी होते हैं यानी सर्दी और गर्मी दोनों ही फूलों  का मजा आप एक साथ ले सकते हैं। इन्हें आप अपने घर में ही सुखा सकते हैं।

 

2. दबा कर सुखाना

बहुत से फूल ऐसे होते हैं जिन्हें खुला उलटा लटका कर सुखाने से उन की पंखडि़यां व पत्तियां सिकुड़ जाती हैं व उन की सजावटी खूबसूरती भी खत्म हो जाती है। ऐसे फूलों को ‘दबा कर माध्यम’ के तहत सुखाया जाता है। जैसे कि:-

- ऐसे माध्यम जो फूल व फूल उत्पादों को उस में दबाने पर नमी सोख लेता हो, उपयुक्त माध्यम कहलाता है। ध्यान रहे माध्यम, फूल व फूल उत्पादों पर कोई दुष्प्रभाव न छोड़ता हो। खासतौर पर उपयोग होने वाले माध्यमों में सिलिका जेल, सफेद व नीला बोरेक्स, बोरिक एसिड, नदी की साफ रेत, फिटकरी, ऐल्युमिनियम सल्फेट, बुरादा आदि शामिल हैं। इन्हें अकेले या मिश्रण बना कर इस्तेमाल किया जा सकता है।

- फूल व फूल उत्पादों को दबाने के लिए किसी भी किस्म के बरतन जैसे ऐल्युमिनियम, टिन, लोहे, कांच, मिट्टी या चीनी मिट्टी वगैरह के इस्तेमाल किए जा सकते हैं।

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