कहीं लाइफ पार्टनर से अनबन का कारण वास्तु दोष तो नहीं

punjabkesari.in Friday, Sep 18, 2015 - 03:01 PM (IST)

क्या पार्टनर के साथ आपकी प्यार से ज्यादा अनबन रहती है? अगर आप भी लाइफ पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को लेकर उदासीन हैं तो कहीं इसका एक बड़ा कारण आपके घर का वास्तु तो नहीं है। 

जी हां, घर का वास्तु भी सीधा आपके संबंधों को प्रभावित करता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही वास्तुदोष, जो पति-पत्नी के सबंधों को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं।

घर का माहौल इस तरह का होना चाहिए कि ऋणात्मक शक्तियां कम तथा सकारात्मक शक्तियां अधिक क्रियाशील हों। यह सब वास्तु के द्वारा ही संभव हो सकता है।

- घर के उत्तर-पूर्व कोने का बहुत ही महत्व है। यदि पति-पत्नी साथ बैठकर पूजा करें तो उनका आपस का अहंकार खत्म होकर संबंधों में मधुरता बढ़ेगी।

-शाम के समय गृहलक्ष्मी द्वारा तुलसी में दीपक जलाने से नकारात्मक शक्तियों को कम किया जा सकता है। घर के हर कमरे के उत्तर-पूर्व कोने को साफ रखें, खासतौर पर बेडरूम को। उनकी लड़ाई का मुख्य कारण उनका बेडरूम भी हो सकता है। 

-अगर दक्षिण-पश्चिम दिशाओं में स्थित कोने में बने कमरों में आपकी आवास व्यवस्था नहीं है तो प्रेम संबंध अच्छे के बजाए, कड़वाहट से भर जाते हैं।

-बेडरूम के लिए दक्षिण दिशा निर्धारित करने का कारण यह है कि इस दिशा का स्वामी यम, शक्ति एवं विश्रामदायक है।  बेडरूम में पति-पत्नी का सामान्य फोटो होने के बजाए हंसता हुआ हो, तो वास्तु के अनुसार उचित रहता है।

-घर के अंदर उत्तर-पूर्व दिशाओं के कोने में अगर शौचालय है तो पति-पत्नी का जीवन बड़ा अशांत रहता है। आर्थिक संकट व संतान सुख में कमी आती है, इसलिए वहां से शौचालय हटा देना ही उचित है। अगर हटाना संभव न हो तो शीशे के एक बर्तन में समुद्री नमक रखें। अगर यह संभव न हो तो मिट्टी के एक बर्तन में सेंधा नमक डालकर रखें। ध्यान रहें अगर नमक सील जाए तो इसे बदल दें। 

-रसोई घर की सही दिशा आग्नेय कोण है। घर के अंदर यदि रसोई सही दिशा में नहीं है तो ऐसी अवस्था में पति-पत्नी के विचार कभी नहीं मिलेंगे। रिश्तों में कड़वाहट दिनों-दिन बढ़ेगी। कारण अग्नि का कहीं ओर जलना।  अगर आग्नेय दिशा में संभव नहीं है तो अन्य वैकल्पिक दिशाएं हैं। आग्नेय एवं दक्षिण के बीच, आग्नेय एवं पूर्व के बीच, वायव्य एवं उत्तर के बीच।


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