लाहौल के सिस्सू में दस मार्च को होगा स्नो मैराथन का तीसरा संस्करण

Friday, Mar 01, 2024 - 09:40 PM (IST)

चंडीगढ़  (संजय कुर्ल) :- स्नो मैराथन का तीसरा संस्करण लाहौल और स्पीति जिले के सिस्सू में मार्च दस को आयोजित किया जायेगा। इस विश्व प्रतिष्ठित स्नो मैराथन का आयोजन रीच इंडिया, हिमाचल टूरिज्म और जिला प्रशासन के साझे सहयोग से किया जा रहा है। मुख्य आयोजक राजीव कुमार ने बताया कि आयोजन की लगभग सभी तैयारियां योजनाबद्ध तरीके से पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन को एशिया की एकमात्र जबकि विश्व की सबसे ऊंची स्नो मैराथन का गौरव प्राप्त है। मैराथन मनाली के निकट लगभग दस हजार फीट की उचाई पर स्थित अटल टनल के नॉर्थ पोर्टल छोर पर हर वर्ष की भांति सिस्सू में आयोजित की जा रही है जिसमें देश के कोने कोने एथलीट और मैराथनर्स जुटेंगें। यह मैराथन चार कैटेगरियां में आयोजित की जा रही है जिसमें 42 किलोमीटर की फुल मैराथन, 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन, दस किलोमीटर और पांच किलोमीटर में आयोजित की जा रही है। नेवी के 25 जवानों ने इस आयोजन में भाग लेने की पुष्टि कर दी है। इस वर्ष दस विदेशी  धावक भी इस आयोजन में भाग ले रहे हैं

 

 

 इस आयोजन को आईज वियर पार्टनर के रूप में पोलराइड, रनिंग पार्टनर के रूप में कैंपस शूज, न्यूट्रिशन पार्टनर के रूप में फास्ट एंड अप, एनर्जी पार्टनर के रूप में बोन, अवार्ड्स पार्टनर्स के रूप में यंगियर एंड गोक्यो का समर्थन प्राप्त है।  आयोजक् गौरव शिमर ने बताया कि प्रशासन और पर्यटन विभाग के साथ साथ इस आयोजन को भारत सरकार के फिट इंडिया मूवमेंट से भी मान्यता प्राप्त है। उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए  डॉक्टरी टीम आयोजन की अवधि में मुस्तैद रहेगी। मैराथन में दो एड़वांस लाईफ सपोर्ट एम्बुलैंस और पैरामेडिक्स व डाक्टरों की टीम हर चिकित्सा सहायता संभव करवायेगी। एक अन्य आयोजक राजेश चंद ने बताया कि उनकी टीम इस आयोजन को विश्वस्तरीय आयोजन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पिछले मानसून में हुई तबाही के चलते उन्हें व्यापक चुनौतियों को सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ में बह गये पुल की जगह वैकल्पिक मैराथन रुट तैयार कर चुकी है।

 

 

 


लाहौल और स्पिति के विधायक रवि ठाकुर ने अपने संदेश में बल दिया कि लाहौल की खूबसूरती देश भर के एथलीटों के स्वागत के लियेे तैयार है जबकि जिले के उपायुक्त राहुल कुमार आईएएस ने बताया कि पहले संस्करण से ही इस आयोजन को जिला प्रशासन का भरपूर समर्थन मिलता रहा है और इस वर्ष भी वे अपने सहयोग में कोई कसर नहीं छोड़ेंगें ।  इस दौरान मौजूद फोर्टिस हस्पताल के कार्डियोलोजी विभाग के वरिष्ठ सलाहाकार अरुण कौछड़ ने बताया कि उन्हें ऐसे दुर्लभ आयोजन के साथ जुड़कर अत्यंत उत्सुकता हो रही है जो कि अपने आपमें कीर्तिमान स्थापित कर चुका है हिमाचल प्रदेश को विश्व मानचित्र पर ला चुका है। डॉ रितेश खोकर ने कहा कि एथलीट इस परिस्थिति से निपटने के लिये प्रोटेक्टिव गियर पहने जिससे की अप्रिय घटना से निपटा जा सके।

Sanjay Kurl

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