काम छोडक़र धरने पर बैठे नैशनल हैल्थ मिशन के अनुबंध कर्मी

Wednesday, Feb 02, 2022 - 01:56 PM (IST)

ऊना(विशाल स्याल): स्थाई नीति की मांग को लेकर नैशनल हैल्थ मिशन के कर्मियों ने जिला भर में हडताल की। इस दौरान सभी कर्मियों ने पहले अपने-अपने ब्लॉकों में धरना प्रदर्शन किया वहीं इसके बाद जिला मुख्यालय पर क्षेत्रीय अस्पताल के आगे धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान एन.एच.एम. कर्मियों ने स्पष्ट किया कि स्थाई नीति के बिना आंदोलन को खत्म नहीं किया जाएगा। इस मौका पर बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता संघ ने भी एन.एच.एम. कर्मियों का साथ देने का ऐलान करते हुए धरने में हिस्सा लिया। इस मौका पर एन.एच.एम. अनुबंध कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव गुलशन शर्मा, धर्मपाल, संदीप धीर, रेणू मनकोटिया, ऋतु शर्मा, गीतू, पूजा, कल्पना शर्मा, मनीश कुमार, डा. रमन, राजेश कुमार, रेशमू, सुनील कुमार, ऋतिका, मनोरमा, रीटा वर्मा, सतीश कुमार, कविता जरियाल, डा. विवेक, डा. ज्योतिका, ऋतु, बीना, हरजिंद्र, डा. अभिषेक कंवर, डा. हिमानी, नेहा, आरती, संगीता, दीपक, कुलविंद्र, गुरबख्श आदि मौजूद रहे।

इस मौका पर प्रदेश महासचिव गुलशन शर्मा ने कहा कि पिछले अढ़ाई दशकों से ही एन.एच.एम. कर्मियों के लिए कोई स्थाई नीति नहीं बनाई गई है। प्रदेश सरकारों से कई वर्षों से यह मांग उठाई जाती रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। प्रदेश व्यापी हड़ताल में पूरे जिले के एन.एच.एम. कर्मी इसी तरह शामिल रहेंगे।

एस.टी.एस. रेणू मनकोटिया ने कहा कि नैशनल हैल्थ मिशन के तहत अनुबंध कर्मियों ने पिछले कई वर्षों से लगातार काम किया है और पूरी कर्तव्यनिष्ठता से कार्य का निर्वहन किया है। कोरोना संकट में भी इन कर्मियों ने बेहद संजीदगी से काम किया है। प्रदेश भर के 1700 कर्मियों की अब तक की सेवाओं को देखते हुए इन कर्मियों के लिए स्थाई नीति बनाई जानी चाहिए। जैसे अन्य कर्मियों को राहत दी गई है वैसे ही इन कर्मियों को भी राहत मिलनी चाहिए।

Surinder Kumar

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