जानिए, कोरोना से लडऩे के लिए कैसी है ऊना जिला की तैयारी

punjabkesari.in Sunday, Jun 06, 2021 - 03:58 PM (IST)

ऊना(विशाल स्याल): लगभग सवा साल में कोरोना से लड़ते-लड़ते जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के बेहतरीन तालमेल के चलते ऊना में व्यवस्थाओं में न केवल काफी इजाफा हुआ है बल्कि तेजी से सुविधाएं भी जुटाई जा रही हैं। पिछले वर्ष कोरोनाकाल की शुरूआत में जहां ऊना जिला में केवल 30 ही ऑक्सीजनयुक्त बैड थे वहीं इनकी संख्या अब बढक़र 260 से अधिक हो चुकी है। वहीं आगामी 10 दिनों के भीतर 50 और ऑक्सीजनयुक्त बैड पंडोगा में लगाए जाएंगे जिसके बाद इनकी संख्या 310 से अधिक हो जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों की पालना करते हुए ऊना में कोरोना रोगियों के लिए सुविधाएं जुटाने का क्रम लगातार जारी है।

पंडोगा मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल में 90 ऑक्सीजन युक्त बैड उपलब्ध है, जबकि डी.सी.एच.सी. हरोली में 45 व पालकवाह में 76 ऑक्सीजन युक्त बैड हैं। कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला ऊना ने ऑक्सीजन बैंक भी बनाया है। हरोली में 102 डी-टाइप, 60 बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 29 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर हैं जबकि पालकवाह में 142 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा 15 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर की उपलब्धता है।

कोरोना संक्रमितों को निरंतर ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए जिला ऊना में 3 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के प्रयासों से पालकवाह में 500 एल.पी.एम. क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है, जबकि हरोली में नैस्ले कंपनी इतनी ही क्षमता का प्लांट लगाने में जिला प्रशासन की मदद कर रही है। वहीं केंद्र सरकार ने पी.एम. केयर्स फंड के तहत क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में 1000 एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी दी है, जिसे सी.पी.डब्ल्यू.डी. के माध्यम से जल्द से जल्द शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

वहीं 6ठे वित्त आयोग अध्यक्ष सतपाल सत्ती व डी.सी. ऊना राघव शर्मा ने कहा कि कोरोना कफ्र्यूू लगने व लोगों के सहयोग के बाद वायरस की दूसरी लहर थमने लगी है। कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं, जिससे बैड खाली हो रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव कम हो गया है लेकिन जिला प्रशासन ऊना ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर हर चुनौती का सामना करने की तैयारी कर रखी है। उन्होंने कहा कि जब कोविड-19 वायरस की दूसरी लहर उफान पर थी, तो जिला ऊना ने 3 अन्य जिलों कांगड़ा, मंडी तथा हमीरपुर को 50-50 ऑक्सीजन सिलेंडर देकर मदद भी की है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सिलेंडर व बैड की उपलब्धता के साथ-साथ अन्य मोर्चों पर भी जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ कार्य किया है।


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News Editor

Surinder Kumar

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