जब तक मैं हूं गलत नहीं होने दूंगा : वीरभद्र

Sunday, May 03, 2015 - 09:20 AM (IST)

मंडी/गोहर: जब तक मैं हूं गलत नहीं होने दूंगा। एचपीसीए व अन्य खेल संघ कानून की नैतिकता के दायरे में काम करें। यह शब्द मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शनिवार को मंडी जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र के बासा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहे। 3 दिन तक अपने राजनीतिक विरोधियों पर कोई निशाना बनाए बगैर शनिवार को विक्रमादित्य द्वारा मंच से खेल संघों बारे बोलते ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बाद में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में खेल संघों के नियमन के लिए हाल ही में हिमाचल प्रदेश खेल (पंजीकरण, मान्यता और संघों का नियमन) बिल, 2015 पारित किया गया है। इसका उद्देश्य खेल संघों की कार्य प्रणाली को लोकतांत्रिक बनाना और संघों को खेलों में प्रदर्शन के लिए जवाबदेह बनाना है।

 

हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) ने जालसाजी करके धर्मशाला में पांच सितारा होटल और स्टेडियम बनाने के लिए सरकार की करोड़ों रुपए की सम्पत्ति हथिया ली। कानूनी नियमों की अवहेलना करते हुए उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिमालयन प्लेयर्ज एसोसिएशन के नाम से स्वयं को पुन: पंजीकृत करवाया और बाद में एक बार फिर से किसी अन्य जगह कंपनी एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत करवाया। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन का मकसद नवोदित खेल प्रतिभाओं को निखारना और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना होना चाहिए लेकिन इसे कुछ लोगों के लाभ के लिए कम्पनी में परिवर्तित कर दिया गया।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक एसोसिएशन स्वयं को प्रदेश में रजिस्ट्रार पंजीयक सभाएं के पास पंजीकृत नहीं करवाती, इसे मान्यता नहीं दी जा सकती और यह कानून के भी विरुद्घ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खेलों के विरुद्घ नहीं हैं लेकिन वह चाहते हैं कि खेल निकायों के सभी सदस्य लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाएं और उन्हें मतदान का समान अधिकार हो। मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि पिता की लगाई शर्तें बेटा तोड़ गया और अब हेकड़ी दिखाकर मालिक बन बैठे हैं लेकिन ऐसा लंबे समय तक नहीं चलेगा।

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