डेढ़ साल से नहीं मिल रही थी डाक, नाले में फैंकता था डाकिया

Monday, Apr 27, 2015 - 10:46 PM (IST)

बिलासपुर : बैरी क्षेत्र के लोग पिछले एक-डेढ़ वर्ष से उनकी चि_ियां, रजिस्टर्ड लैटर, इंटरव्यू लैटर आदि न मिलने के चलते बेहद परेशान थे। उनकी परेशानी के कारण का खुलासा सोमवार को हो गया है। पता चला है कि बैरी स्थित डाकघर का डाकिया ही विभिन्न जगहों से आई डाक को नाले में फैंक देता था जिसकी वजह से यह डाक लोगों को नहीं मिल पाती थी। यह भी जानकारी मिली है कि रजिस्टर्ड पोस्ट के डिलीवर हो जाने की पावती रसीद पर वह स्वयं ही जाली हस्ताक्षर कर वापस भेज देता था।

हुआ यूं कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग-21 के किनारे छड़ोल-जट्टां नामक स्थान पर कुछ डाक लोगों को बिखरी हुई नजर आई। लोगों ने इस मामले में वहां कार्यरत डाकिये से सख्ती से पूछताछ की तो वह मान गया कि वह डाक को पास के ही नाले में फैंक देता है। लोगों ने उसे उस डाक को इक_ïा कर लाने के लिए भेजा। इसी दौरान बैरी क्षेत्र के ही 2 अन्य निवासी जय लाल व अमी चंद ने भी डाक के कुछ लिफाफे बिखरे हुए देखे। अमी चंद व जय लाल के अनुसार सड़क के किनारे इंटरव्यू कार्ड, फटे हुए चैक और इंश्योरैंस आदि के खाली लिफाफे उन्होंने देखे।

जिसके बाद उन्होंने जब नाले की ओर नजर दौड़ाई तो वहां पर एक लड़का डाक इकट्ठी कर रहा था। वह लड़का कोई और नहीं बल्कि उप डाकघर का डाकिया पंकज ही था। जिस पर दोनों युवक भी डाक इक_ी करने में उसका सहयोग करने की सोच कर नाले में उतर गए। उन्हें देख कर डाकिया डर गया व उसने भागने की कोशिश की परंतु जब दोनों युवकों ने उसे बताया कि वे उसकी मदद करने आए हैं तो वह रुक गया। इन तीनों ने नाले से सैंकड़ों पत्र इक_ïे किए। इस एकत्रित डाक को डाकिये पंकज के बैग में भर कर वे बैरी डाकघर आ गए।

इतने में यह खबर आग की तरह पूरे बैरी बाजार में फैल गई व पिछले डेढ़ साल से डाक न मिलने से दुखी दर्जनों लोग पंचायत प्रधान निशा चंदेल केसाथ बैरी पहुंच गए। इन लोगों ने मुख्य डाकघर बिलासपुर के एएसपी संदीप धर्माणी को फोन पर सूचित किया। कुछ देर बाद विभाग की ओर से मेल अधिकारी जगदीश चंद व विभागीय एएसपी संदीप धर्माणी मौके पर पहुंचे तथा सारी डाक को अपने कब्जे में ले लिया। सड़क किनारे व नाले से मिली डाक को पंचायत प्रधान निशा चंदेल, पीटीए प्रधान अमर सिंह चौधरी, अमरनाथ चड्ढïा, अमित चौधरी, जय पाल, प्रदीप शर्मा, रतन लाल महाजन, विनीत डोगरा व मेहर चंद आदि ने मेल अधिकारी के सामने  छंटाई की और बताया कि डाक में रजिस्टर्ड, स्पीड पोस्ट व साधारण पत्र शामिल थे।

उन्होंने बताया कि काफी मात्रा में लिफाफे खाली भी थे जिनसे पत्र गुम पाए गए हैं। इंटरव्यू कार्ड, चैक तथा इंश्योरैंस के चैक फटे हुए पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि एटीएम कवर भी मिले हैं जिनसे एटीएम कार्ड गायब हैं। इन लोगों का कहना है कि उनकी चैक बुक, पैन कार्ड, साधारण डाक पिछले करीब डेढ़ साल से नहीं मिल रही है। अमित चौधरी ने बताया कि उनका इनकम टैक्स डाक्यूमैंट आया था और उसकी डिलीवरी रिपोर्ट में जाली हस्ताक्षर करके डाक फाड़ दी गई है।

सारी डाक कब्जे में ले ली है जिसकी लिस्ट व रिपोर्ट वरिष्ठï अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। फटे हुए इंश्योरैंस के चैक खुले मिले हैं और कई लिफाफे इंटरव्यू कार्ड के मिले हैं जिनसे फोटो गायब हैं। एटीएम लिफाफे भी पाए गए हैं जिनसे एटीएम गुम हैं। इस सब-पोस्ट आफिस का डाकिया पंकज कुमार गांव मझेड़ निवासी शाहतलाई पहले भी 2 बार सस्पैंड रह चुका है। पंकज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
 जगदीश चंद, मेल अधिकारी, डाक विभाग बिलासपुर

Advertising