वीरभद्र व नड्डा की बैठक के बाद हरकत में आई सरकार

Saturday, Apr 18, 2015 - 11:10 PM (IST)

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के बीच बैठक के बाद प्रदेश में सड़कों के रखरखाव व नए राष्ट्रीय राजमार्गों की घोषणा के बाद राज्य सरकार हरकत में आ गई है। राज्य सचिवालय में सड़क निर्माण के दौरान आ रही बाधाओं को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में पीडब्ल्यूडी, आईपीएच, बिजली बोर्ड लिमिटेड और वन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें सोलन से परवाणु के बीच प्रस्तावित फोरलेन भूमि अधिग्रहण को लेकर प्रमुखता से चर्चा हुई। इस काम की निगरानी का जिम्मा नैशनल हाईवे अथॉरिटी की अपील के बाद मंडलायुक्त को सौंपा गया है। इसको लेकर जमीन के मुआवजे के तौर पर करीब 1,200 करोड़ रुपए के अवार्ड का ऐलान किया जा चुका है। फोरलेन के सिविल वर्क के लिए केंद्र ने 900 करोड़ रुपए के टैंडर को भी स्वीकृति दी है।

बैठक में कालका-शिमला और कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन के लिए अधिगृहीत भूमि पर पेड़ काटने का काम जल्द पूरा करने का मामला भी सामने आया। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर कैंची मोड़ के पास टावर लाइन को हटाने के लिए एलायन-दुहांगन बिजली प्रोजैक्ट ने ज्यादा लागत का दावा किया है। इस मामले में कंपनी से दोबारा बात होगी। इसी तरह बिजली बोर्ड लिमिटेड और आईपीएच विभागों से संबंधित मामले भी उठे। अतिरिक्त मुख्य सचिव नरेंद्र चौहान ने बैठक को सफल बताया तथा वन व पर्यावरण मंजूरियों से संबंधित मामलों पर कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ठियोग-हाटकोटी सड़क का वह स्वयं निरीक्षण करेंगे।

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