सीएम ने फाइनल की सीयू के लिए जमीन

punjabkesari.in Thursday, Apr 16, 2015 - 10:40 PM (IST)

धर्मशाला: धर्मशाला में वीरवार को सियासत में खुद को गुरु साबित करने की ऐसी लड़ाई छिड़ी कि एक राजनीतिक योद्धा जमीन का चप्पा-चप्पा नाप गया तो दूसरा अपने किले में बैठ कर शब्दबाण छोड़ता रहा। दरअसल, सियासत को गरमा रहे खेल विधेयक और सैंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर आमने-सामने रहने वाले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और सांसद अनुराग ठाकुर वीरवार को धर्मशाला में मौजूद रहे।

कांगड़ा जिला के धर्मशाला में सैंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर स्टैंड ले चुके वीरभद्र सिंह ने वीरवार को बेहद खराब मौसम के बावजूद उन पहाड़ों को नाप डाला जहां पर यूनिवर्सिटी की स्थापना का तानाबाना बुना जा रहा है। पूर्व में आईटी पार्क के लिए कंड करियाड़ा में चिन्हित की गई जमीन को वीरभद्र सिंह ने पूरे सरकारी लाव-लश्कर के साथ देखा व परखा। बाद में यह ऐलान कर दिया कि इससे बेहतर जमीन और कहीं नहीं हो सकती और अब यहीं पर यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ब्रिगेडियर रागड़ा से भी चर्चा की।

यह पहला अवसर है जब केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रस्तावित जमीन का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया है। हालांकि वर्तमान में केंद्रीय विश्वविद्यालय का कैंपस अस्थायी रूप से शाहपुर में चल रहा है और धर्मशाला में ही सीयू के अधिकांश मुख्य विंगों का निर्माण होना है। इसलिए इस प्रस्तावित स्थल का मुख्यमंत्री ने स्वयं निरीक्षण करना उचित समझा है। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से जमीन संबंधी जानकारी हासिल की। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली कि यहां कितनी वन भूमि है। करीब आधे घंटे से ज्यादा समय तक बारिश में वीरभद्र सिंह ने अधिकारियों से सीयू के लिए प्रस्तावित जमीन बाबत चर्चा की।

इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) राकेश शर्मा, वन विभाग के मुख्य अरण्यपाल अमिताभ गौतम व वनमंडलाधिकारी बसु कौशल के अलावा अन्य मौजूद रहे। हालांकि अब जमीन पर आईटी पार्क का निर्माण नहीं होगा। यह जमीन धर्मशाला के समीप बड़ोई के नजदीक कंड करियाड़ा में है। जमीन लगभग साढ़े 4 हजार हैक्टेयर के करीब बताई जा रही है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जमीन का दौरा करने के बाद ही संबंधित विभागों को आदेश दिए हैं कि शीघ्र इसका प्रपोजल तैयार कर सैंट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य शुरू किया जाए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की यहां पर पर्याप्त भूमि है और इसके अतिरिक्त किसी भूमि को अधिग्रहण करने की जरूरत भी नहीं है तथा यहां पर स्लाइडिंग जोन भी नहीं है।

माना यह भी जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा प्रदेश के दौरे पर हैं तथा इस मुद्दे पर शुक्रवार को सीएम उनसे मिलेंगे तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय की धर्मशाला में स्थापना बारे भी चर्चा कर सकते है। मुख्यमंत्री के हमलों से त्रस्त ठाकुर ने खेल विधेयक को खिलाडिय़ों के साथ खिलवाड़ की संज्ञा दी और साथ ही आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया तो मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी यह हुंकार भर दी।


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