बंदरों के साथ तुलना करने पर बिफरे वैटर्नरी असिस्टैंट

Sunday, Mar 29, 2015 - 10:56 PM (IST)

मंडी: पंचायत वैटर्नरी फार्मासिस्ट सहायक संघ ने पशुपालन मंत्री अनिल शर्मा के विधानसभा में पंचायत वैटर्नरी असिस्टैंट (पीवीए) की बंदरों के साथ की गई तुलना का विरोध किया है। पीवीए संघ संयुक्त मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नितिन ठाकुर और महासचिव विनोद ठाकुर ने पशुपालन मंत्री के अशोभनीय शब्दों के लिए कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकारों की अस्पष्ट नीतियों के कारण पीवीए और अन्य युवाओं का भविष्य अंधकार में डूब गया है।

सरकार पीवीए को नौकरी के नाम पर मात्र 5 हजार रुपए मानदेय देकर पढ़े-लिखे युवाओं के साथ भद्दा मजाक कर रही है। सरकार मजदूरों की दिहाड़ी तो बढ़ा देती है लेकिन डिप्लोमा प्राप्त कर्मचारी से मजदूरों से भी कम दिहाड़ी पर काम ले रही है। सरकार को उनकी जायज मांगों को मानकर 5 हजार से 8710 रुपए वेतनमान, अवकाश, बीमा और रैगुलर करना चाहिए तथा वहां पर पशुपालन मंत्री पीवीए को ''बंदर के हाथ में उस्तरा दे दियाÓ कह कर अपनी जिम्मेदारियों से पला झाड़ रहे हैं। संघ ने कहा है कि अगर संघ की मांगों को जल्द न माना गया तो संघ अप्रैल महीने में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला जाएगा।

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