किसान सभा व सीटू ने किया धरना-प्रदर्शन

Thursday, Mar 26, 2015 - 11:38 PM (IST)

धर्मशाला: हिमाचल किसान सभा व सीटू के सांझा संघर्ष को लेकर प्रदेश में 25 से 31 मार्च तक किसानों व मनरेगा मजदूरों की मांगों को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन के तहत वीरवार को प्रदेश स्तरीय आह्वान पर किसान सभा व सीटू ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व धरना-प्रदर्शन किया।

सीटू ने मुख्य डाकघर धर्मशाला से लेकर बीडीओ कार्यालय तक रैली निकाली और बीडीओ धर्मशाला नवीन कुमार शर्मा को अपनी मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। सीटू के जिला उपाध्यक्ष हेमराज ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश में आवारा पशुओं से फसलों को हो रहे नुक्सान से लोगों को छुटकारा दिलवाया जाए और जल्द गौसदनों का निर्माण किया जाए। उन्होंने सरकार से भूमिहीनों को भूमि देने व किसानों के कब्जे वाली भूमि को नियमित करने तथा हर गांव के लिए पक्की सड़कों का निर्माण करने की मांग भी उठाई।

सीटू जिला उपाध्यक्ष हेमराज ने कहा कि मनरेगा मजदूरों के लिए 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया जाए व 4 नंबर फार्म की पंचायत सचिव द्वारा रसीद दी जाए तथा असैसमैंट धारा को खत्म किया जाए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मनरेगा मजदूरों को काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता दिया जाए और मनरेगा में मजदूरों को 200 दिन का काम व 250 रुपए दिहाड़ी दी जाए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत स्तर पर मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का रोजगार नहीं दिया जा रहा है।

सीटू जिला उपाध्यक्ष हेमराज ने कहा कि सीटू की मांगों पर यदि बीडीओ गौर नहीं करते हैं तो आने वाले समय में बीडीओ कार्यालय के बाहर किसान सभा व सीटू धरना-प्रदर्शन करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी बीडीओ की होगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बहुत से प्रधानों और सचिवों का रवैया ठीक नहीं है और काम मांगने पर काम नहीं दिया जाता है तो बेरोजगारी भत्ता कहां से मिल पाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा यदि पंचायत सचिव 4 नंबर फार्म को भर कर रसीद नहीं देते हैं तो इससे भी बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।

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