एमडीआर-टीबी मरीजों को मिलेगा पोषाहार : सीएम

Saturday, Mar 14, 2015 - 11:36 PM (IST)

शिमला: प्रदेश में एमडीआर-टीबी मरीजों को पोषाहार दिया जाएगा। शनिवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसकी घोषणा शिमला में की। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह शनिवार को संशोधित राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) पर आयोजित राष्ट्रीय टास्क फोर्स कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्षय रोग की रोकथाम के लिए प्रदेश में उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार तपेदिक रोगियों को उत्तम पोषाहार और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने ने आश्वासन दिया कि मल्टी ड्रग रेजिस्टैंस (एमडीआर) तथा एक्सटैंसिवली ड्रग रेजिस्टैंस (एक्सडीआर) तपेदिक से पीडि़त रोगियों को उत्तम पोषाहार एवं उपचार सुनिश्चित बनाया जाएगा तथा इस दिशा में प्रभावी पग उठाए जाएंगे। देश में एक हजार से अधिक लोग प्रतिदिन इस रोग की चपेट में आते हैं जिसको नियंत्रित करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संशोधित राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम (आरएनटीसीपी) के अंतर्गत 1997 से अब तक लगभग 2 लाख तपेदिक के रोगी उपचारित किए गए जो एक बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। प्रदेश सरकार लोगों को चिकित्सा उपचार उपलब्ध करवाने के प्रति गंभीर है तथा हमीरपुर, चम्बा तथा सिरमौर जिलों में 3 मैडीकल कालेज स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सिरमौर जिले के धौला कुआं में एआईआईएमएस स्थापित किया जा रहा है जिससे प्रदेश में मौजूदा चिकित्सा संस्थानों की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला में ऐसा ही एक अन्य केंद्र शीघ्र आरंभ किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों के अनुभवों से तपेदिक उपचार से संबंधित विभिन्न मामलों पर विचार-विमर्श किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मानकों में हिमाचल देशभर में अग्रणी है और राज्य के लगभग सभी स्वास्थ्य संस्थानों में डायरैक्ट ऑब्जर्वेशन, उपचार एवं निगरानी (डॉट्स) केंद्र कार्यरत हैं। प्रदेश सरकार राज्य के हर खंड में ऐसे डॉट्स केंद्रों को आरंभ करने के लिए कृतसंकल्प है।

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