वित्तायोग के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक

punjabkesari.in Saturday, Mar 14, 2015 - 12:42 AM (IST)

शिमला: सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान जब 14वें वित्तायोग से मिली धनराशि का श्रेय प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को दिया तो सीएम ने इस पर आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि 13वें वित्तायोग में पूर्व भाजपा सरकार अपना पक्ष बेहतर तरीके से नहीं रख पाई जिससे कटौती हुई। इस पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि यह कटौती यूपीए सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि 14वें वित्तायोग में उदार वित्तीय मदद केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण मिल पाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नौवें वित्तायोग में मौजूदा मुख्यमंत्री की गलती की वजह से उसका खमियाजा प्रदेश को भुगतना पड़ा।

तबादले करवाने का रेट फिक्स : धूमल
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने आरोप लगाया है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में तबादले करवाने और रुकवाने के लिए रेट फिक्स किए गए हैं। उन्होंने कहा कि तबादलों का यह क्रम शैक्षणिक सत्र के बीच में भी जारी है और इससे स्कूलों में अध्यापन कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में रोजाना औसतन 50 तबादले हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में एक व्यक्ति सीएम का नाम लेकर तबादले करवाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में टॉफियों की तरह तहसील, उपतहसील और स्कूलों को बांटा जा रहा है।

सदन की कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश के 1117 स्कूलों में सिर्फ एक और 6786 स्कूलों में 2 शिक्षक हैं। इसी तरह 510 स्कूल एक कमरे में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में शिक्षा का स्तर गिरने के लिए शिक्षकों को दोष देना गलत है। उन्होंने स्कूलों और शिक्षकों के युक्तिकरण का सुझाव भी दिया ताकि सिंगल स्कूलों को कम से कम शिक्षक मिल सके। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में एक स्कूल ऐसा है, जहां 17 बच्चे और 7 शिक्षक हैं। उन्होंने कर्मचारियों की एक साल की सेवा विस्तार नीति पर भी सवाल उठाए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्यपाल ने अच्छा किया जो सरकार की तरफ से तैयार किया गया पूरा अभिभाषण नहीं पढ़ा। उन्होंने कहा कि इसमें पढऩे लायक ऐसा कुछ था ही नहीं जिसे पढ़ा जा सके। नेता प्रतिपक्ष ने कौशल विकास भत्ते पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कौशल विकास भत्ता जितना मिला नहीं है, उससे अधिक रुपए इसकी पब्लिसिटी पर खर्च किए गए हैं। उन्होंने तकनीकी शिक्षण संस्थानों में अंतिम समय में नियमों में छूट देने पर भी आपत्ति जताई।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र के अधिकांश वायदों को पूरा नहीं किया है। प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में शादी में आई एक बच्ची का बलात्कार हुआ। दोषी अभी तक पकड़े नहीं गए हंै। चोरी और डकैती के मामले सामने आ रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि राज्यपाल के अभिभाषण में नशाखोरी से बचने का उल्लेख तक नहीं है। उन्होंने कहा कि कई बार पंजाब को इसके लिए दोषी ठहराया जाता है लेकिन अपने स्तर पर सरकार की तरफ से उठाए जा रहे पग नाकाफी हैं। उन्होंने कहा कि रघुनाथ मंदिर में रहस्यमयी चोरी हुई तथा इसी तरीके से बरामदगी कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि रघुनाथ मंदिर में ट्रस्ट बनाने पर सरकार को अमल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके जिला से आदित्य नाम का गुम हुआ बच्चा अब तक नहीं मिल पाया है।

शूटर विजय कुमार का सम्मान करे सरकार
प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि उनके जिला के शूटर विजय कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया है। ऐसे में राज्य सरकार को उनके उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए उन्हें उचित सम्मान देना चाहिए।


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