''सुजानपुर होली लगी, झूम के नाचो''

Friday, Mar 06, 2015 - 01:21 AM (IST)

सुजानपुर: सुजानपुर में राष्ट्र स्तरीय होली महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में पहाड़ी लोक गायकों ने अपनी सुरीली आवाज से समां बांधा और लोगों की वाहवाही लूटी। तीसरी संध्या में मेला कमेटी ने किसी बाहरी स्टार गायक को बुलाने की बजाय हिमाचल के कलाकारों को तवज्जो दी थी। हालांकि तीसरी संध्या में भी अपेक्षाकृत दर्शकों की भीड़ नहीं उमड़ी और तीसरी संध्या में भी पंडाल दर्शकों की राह ताकता रहा।

पहाड़ी गायक विक्की चौहान ने झुमके-झुमके तेरे कानों रे झुमके से कार्यक्रम की शुरूआत कर व्हिस्की-व्हिस्की पीनी व्हिस्की-व्हिस्की, गराएं देया लंबरा, ङ्क्षमजो बड़ी छैल लगदी, चमचमांदे तेरे दांदड़ू पहाडी गीतों से समां बांधा तो ठाकुर दास राठी ने नीरू चली घुमदी, शालू रे क्वाटरा और झूम के नाचो रे सुजानपुर होली लगी झूम के नाचो रे से दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। वहीं पहाड़ी गायक संजीव दीक्षित ने नित खैर मंगा में सोणेया तेरी, पारलिया बणिया मोर जे बोलदा, चल शिमले-चल शिमले, बोतल रह गई ठेके कोई नशा कराइदे व धीरज शर्मा ने फौजी मेरेया ओ व बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है आदि गीतों से धमाल मचाई।

इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत शाम 5 बजे हुई और स्थानीय कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दीं। अनुपमा कलामंच सुजानपुर, जय दुर्गे म्यूजिकल ग्रुप रंगस, सरस्वती कला मंच बिझड़ी, गिल संगीत अकादमी शिमला के सौरभ, गोपाल व साफया म्यूजिकल ग्रुप, सुंदरनगर की रेखा चौहान, सुर-संगम ग्रुप चौपाल, सरगम स्टार ज्वालामुखी और गोपी शर्मा म्यूजिकल ग्रुप आदि ने पहाड़ी गीतों से समां बांधा। तीसरी संध्या के मुख्यातिथि सैंट्रल रेंज मंडी के आईजी पीएल ठाकुर रहे, जिन्होंने दीप प्रज्वलित कर तीसरी सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत की।

Advertising