खुली नीलामी का फैसला पलटने पर सत्ती ने किया सवाल

Thursday, Mar 05, 2015 - 12:43 AM (IST)

शिमला: प्रदेश सरकार के शराब की दुकानों की खुली नीलामी के निर्णय से पलट जाने पर भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने सवाल उठाया है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा शराब के ठेकों की नीलामी के फैसले पर पलटने के पीछे भारी भ्रष्टाचार की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के खजाने को करोड़ों रुपए की चपत लगेगी। पहले से खराब आर्थिक हालात से गुजर रहे प्रदेश के लिए सरकार का यह निर्णय किसी अपराध से कम नहीं है।

 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने धर्मशाला में हुई कैबिनेट में निर्णय लिया था कि प्रदेश में शराब के ठेकों की खुली नीलामी की जाएगी परंतु मात्र 12 दिनों के पश्चात सरकार ने अपने ही इस निर्णय को बदल दिया और पुख्ता सूत्रों से इस बात की जानकारी मिली है कि सरकार ने यह निर्णय शराब माफिया के दबाव में लिया है जोकि प्रदेश हितों के बिल्कुल खिलाफ है। अपने प्रैस बयान में भाजपा नेता ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा की जिम्मेदारी गृहरक्षक (होमगाडर््स) से छीनकर निजी सुरक्षा एजैंसियों को दिए जाने का प्रदेश सरकार का निर्णय चिंताजनक है तथा सरकार के इस कदम से जहां प्रशिक्षित सैंकड़ों गृहरक्षकों के सिर पर नौकरी से निकाले जाने की तलवार लटक जाएगी वहीं निजी सुरक्षा एजैंसियों की अनुभवहीनता की वजह से सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है।

 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अच्छे प्रशिक्षण के चलते प्रदेश का गृहरक्षक बल किसी भी स्तर पर प्रदेश पुलिस के जवानों से कम नहीं है। डिजास्टर मैनेजमैंट, फायर सॢवस, ट्रैफिक व्यवस्था और गृहरक्षा में प्रवीण होमगाडर््स ने अपनी सेवाओं के चलते प्रदेशभर में नाम कमाया है। ऐसे में इनकी जगह निजी सुरक्षा एजैंसियों को हॉस्पीटलों की सुरक्षा का दायित्व दिए जाने का फैसला संदेह के बादल उत्पन्न करता है। प्रदेश हित में सरकार को इस फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए, अन्यथा इस मामले को भाजपा इसी विधानसभा सत्र में दमखम से उठाएगी।

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