पठानकोट-लेह रेलमार्ग के लिए 3.27 करोड़ का प्रावधान : शांता

punjabkesari.in Tuesday, Mar 03, 2015 - 12:20 AM (IST)

पालमपुर : कांगड़ा-चम्बा से वर्तमान लोकसभा सदस्य शांता कुमार ने पठानकोट-लेह मार्ग के निर्माण को स्वीकृति प्रदान करने पर केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि इस वर्ष के लिए इंजीनियरिंग एवं यातायात सर्वेक्षण हेतु समुचित धन और पठानकोट-जोङ्क्षगद्रनगर यार्ड लाइन के निर्माण के लिए 3.27 करोड़ का प्रावधान कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्त हिमाचल वासियों की चिरप्रतीक्षित मांग को पूरा किया है।

 

सांसद शांता कुमार ने गत वर्ष दिसम्बर माह में प्रधानमंत्री और रेलमंत्री को पत्र लिखकर पठानकोट-लेह मार्ग के निर्माण को स्वीकृति देने का अनुरोध किया था। पठानकोट-मनानी-लेह रेलमार्ग के प्रथम सर्वेक्षण का काम वर्ष 2009 में पूर्ण हो गया था। वर्तमान इंजीनियरिंग एवं यातायात सर्वेक्षण रेल पटरी बिछाने से पूर्व मार्ग की शिनाख्त करने, पुली के निर्माण एवं स्टेशनों आदि को चिन्हित करने के लिए सर्वेक्षण किया जाएगा। रेल मंत्रालय द्वारा नई पटरी बिछाने से पूर्व लगभग एक दर्जन से अधिक सर्वेक्षण किए जाते हैं। शांता कुमार ने कहा कि कोंकण और कश्मीर रेलवे के बाद 500 किलोमीटर पठानकोट -मंडी-मनाली-लेह रेलमार्ग ऊंचे पर्वतों, पुलों और अतिशीत मौसम के कारण रेल मंत्रालय के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण रेल परियोजना होगी।

 

उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस रेल परियोजना को चीन की सीमा तक संपर्क के लिए देश की 4 अत्यंत महत्वपूर्ण सामरिक योजनाओं के रूप में स्वीकार किया है। रेल लाइन पर तंगलगला रेलवे स्टेशन विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन होगा, जो समुद्र तल से 17582 फुट की ऊंचाई पर होगा। शांता कुमार ने पालमपुर-धर्मशाला 40 किलोमीटर, बद्दी-बिलासपुर 50 किलोमीटर, अम्ब-कांगड़ा (वरास्ता नादौन) 70 किलोमीटर, पिहोवा-पांवटा साहिब 157 किलोमीटर , परवाणु-दाड़लाघाट और बिलासपुर-रामपुर बुशहर, नालागढ़-पांवटा साहिब-देहरादून 267 किलोमीटर और ऊना-हमीरपुर 90 किलोमीटर प्रस्तावित रेल निर्माण योजनाओं के सर्वेक्षण हेतु धन जुटाने के लिए भी मंत्रालय का आभार जताया।


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