कोल डैम में 15 अप्रैल से शुरू होगा विद्युत उत्पादन

punjabkesari.in Sunday, Feb 01, 2015 - 07:23 PM (IST)

सुंदरनगर: तकरीबन 6 हजार करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से मंडी व बिलासपुर की सीमा पर सतलुज नदी पर बने 800 मैगावाट क्षमता के कोल बांध प्रोजैक्ट के डैम में जलभराव का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है।

 

गत वर्ष 3 नवम्बर को शुरू हुए पहले चरण के जलभराव में 2 माह के भीतर ग्राऊंड लेवल से तकरीबन 86 मीटर तक जलभराव किए जाने के उपरांत इसे जनवरी माह में रोक दिया गया था। अब फरवरी माह से जलभराव फिर से शुरू होने जा रहा है, जिसके तहत अब डैम में पानी का लेवल 115 मीटर तक भरा जाएगा और इसके पश्चात तीसरे चरण में जलस्तर को 126 मीटर तक ले जाने के साथ ही अप्रैल माह में 200 मैगावाट की एक टरबाइन को चलाते हुए बिजली उत्पादन शुरू किया जाएगा। इसी के  साथ ही डैम में लक्ष्य के मुताबिक अंतिम चरण के तहत 132 मीटर तक पानी भरने की प्रक्रिया जारी रहेगी। उसके बाद सब कुछ सामान्य रहने पर 200-200 मैगावाट की चारों टरबाइनों को शुरू करते हुए निर्धारित 800 मैगावाट बिजली के उत्पादन लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।

 

डैम निर्माण के दौरान सतलुज के पानी की निकासी के लिए बनाई गई लव व कुश टनलों को जलभराव शुरू किए जाने के 3 माह उपरांत पूरी तरह से बंद नहीं किया जा सका है। बता दें कि एनटीपीसी, प्रदेश बिजली बोर्ड व प्रदेश सरकार के बीच 26 फ रवरी, 2000 को त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने के बाद रन ऑफ  द रिवर आधार पर बनी इस परियोजना में 30 साल तक सिल्ट इकट्ठा करने की क्षमता है। इस परियोजना से हिमाचल को कु ल उत्पादन का 29.15 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा।


सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी, एनटीपीसी प्रवीण रंजन भारती ने कहा किलव-कुश टनल को पूरी तरह से बंद किया जाना है। टनलों से योजना के मुताबिक सामान्य पानी बाहर आ रहा है। मुख्य बांध में जलभराव का कार्य फरवरी से दोबारा शुरू किया जा रहा है। 15 अप्रैल से बिजली उत्पादन को शुरू करने का लक्ष्य है।


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