खुशखबरी: बेटियों का भविष्य संवारेगी सरकार की यह योजना

Saturday, Jan 31, 2015 - 05:36 PM (IST)

शिमला: बेटियों के भविष्य के लिए नई सुकन्या समृद्धि योजना मदद के लिए तैयार है। यह योजना डाकघरों में उपलब्ध होगी जिसके तहत आम सेविंग्स से ज्यादा ब्याज और खाते से पैसा निकालने का महज बेटी को ही अधिकार प्राप्त होगा। प्राइवेट बैंकों में बढ़ते फ्यूचर इनवेस्टमेंट प्लान को टक्कर देने के लिए सराकर ने इस योजना की शुरूआत की है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि आम लोगों से जुड़ी हुई है। आम सेविंग्स के मुकाबले कहीं ज्यादा सालाना 9.1 फीसदी ब्याज मिलेगा।

डाकखाने में वर्तमान में सेविंग खाते पर महज चार फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। वहीं बैंक में सेविंग्स पर यह प्रतिशतता 08 के करीब है। बेटी के बालिग होने के बाद कभी भी पैसा निकाला जा सकता है। खास बात यह है कि सालाना 1,000 से लेकर 1.5 लाख तक इस योजना के तहत बिना किसी टैक्स के झंझट से पैसा जमा करवाया जा सकता है। लिहाजा माता पिता अपनी बेटी की उच्चतर पढ़ाई या शादी के लिए भी यह योजना प्लान कर सकते हैं।जनवरी से यह योजना शुरू हुई है। 
 
उदाहरण के तौर पर यदि आप 18 साल के लिए इस योजना में सालना बीस हजार तक निवेश करते हो तो 18 साल बाद आपको 9.1 फीसदी सालाना ब्याज की दर से 4 लाख 54 हजार का मुनाफा होगा। अधीक्षक डाकघर सोलन बीआर सेन ने इस योजना की पुष्टि की है। उन्होंने 
कहा कि प्रदेश के डाकघरों में पहली जनवरी से यह योजना शुरू हो गई है।

सुकन्या समृद्धि बचत खाता बेटी के नाम पर ही खुलेगा। जिससे माता पिता प्रदेश के किसी भी डाकघर में जाकर खोल सकते हैं। लड़की के माता पिता को इसके लिए बचत खाता का फार्म भरना होगा। जिसमें बेटी का जन्म प्रमाण पत्र साथ देना अनिवार्य है। यह खाता 10 साल से कम उम्र वाली बेटियों का ही खुल सकेगा। 10 वर्ष से ऊपर की उम्र की बेटियों को लिए यह योजना लागू नही होगी। 
 
राज्य के इन डाकघरों में योजना शुरू-
सरकार ने शुरुआत में प्रदेश के 18 मुख्य डाकघरों में यह योजना शुरू की है। जिसमें शिमला, सोलन, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, डलहौजी, चंबा, मंडी, लौहाल स्पीति, ऊना सहित हिमाचल के अन्य मुख्य डाकघरों में यह योजना शुरू हुई है। इसके साथ जल्द ही जिले 2400 डाकखानों में इस योजना की शुरूआत की जाएगी। 
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