नए जिले बनाने के हक में नहीं हूं : वीरभद्र

Friday, Jan 09, 2015 - 11:22 PM (IST)

धर्मशाला: शीतकालीन प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह शुक्रवार को पहली बार जनता से उसके घर-द्वार पर मिलने के लिए निकले। जनता के बीच पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने साफ  ऐलान कर दिया कि वह तथा उनकी सरकार नए जिले बनाने के हक  में नहीं है और न ही कोई नया जिला प्रदेश में बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिलों के गठन पर होने वाले भारी-भरकम खर्चे को अफ सरशाही पर बर्बाद न करके आम आदमी के उत्थान पर खर्च करने को तरजीह देंगे।

 

कांगड़ा के मटौर में आयोजित रैली में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 जिले ही काफ ी हैं। इन जिलों की जनता की तरक्की पर ही सारा पैसा खर्च होगा और अफ सरशाही पर एक नया पैसा भी खर्च नहीं किया जाएगा। जिलों के उठे शोर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शोर उन नेताओं का है जिनका जनहित की राजनीति में कोई जोर नहीं चलता है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि जनता में खुशहाली लोगों के हित में हुए कामों से आती है न कि अफ सरों को बिठा कर।

 

इस मौके पर वीरभद्र सिंह ने डट कर सौगातें बांटीं। पवन काजल के एक अनुरोध पर तकीपुर में सरकारी कालेज खोलने की घोषणा कर दी तो साथ ही अन्य जनहित की मांगों पर स्वीकृति की मुहर भी लगा दी। स्कूलों में साइंस ब्लॉक्स निर्माण तो प्राइमरी हैल्थ सैंटर्स को राजल और गाहलियां में खोलने का भी ऐलान कर दिया।

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