वीरभद्र CBI, FBI से जांच करवाएं मैं डरने वाला नहीं : धूमल

Wednesday, Jan 07, 2015 - 06:21 PM (IST)

हमीरपुर: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मेरी संपत्ति की जांच सीबीआई से करवाएं या अमरीका की जांच एजैंसी एफबीआई से करवाएं, मैं डरने वाला नहीं हूं क्योंकि मुझे भी पता चलना चाहिए कि मेरी संपत्ति मुम्बई और दुबई में कहां है? यह बात स्थानीय परिधि गृह में प्रैस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कही। उन्होंने कहा कि जिन संपत्तियों के बारे में मुझे पता नहीं है उन संपत्तियों को मुख्यमंत्री और सरकारी जांच एजैंसियां मेरी बता रही हैं। सरकार उन संपत्तियों को जगजाहिर करे और जब्त करे, साथ ही सरकार शपथ पत्र के साथ लोकायुक्त के पास उक्त मामले को भेजे।

 

धूमल ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति की निराधार शिकायत पर इस तरह का दुष्प्रचार और चरित्र हनन का कार्य सरकारी एजैंसियां करेंगी तो उसका परिणाम भुगतने के लिए उनको तैयार भी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के बारे में उनके पास डाक्यूमैंट के साथ कई जानकारियां हैं वे लोग आज चरित्र हनन की राजनीति कर सत्य की आवाज को दबा नहीं सकेंगे। धूमल ने मजाकिया लिहाज में कहा कि अगर उनकी संपत्ति मुम्बई और दुबई में होगी तो वह उसे उन लोगों की लड़कियों की शादियों में दान दे देंगे जिनके घर शादियां हैं।

 

झूठे आरोप लगाने वाले बाद मीडिया पर छोड़ देते हैं बात
धूमल ने कहा कि हमेशा उनके संबंध मीडिया से बेहतर रहे हैं, इसलिए मीडिया भी झूठे आरोप लगाने वालों से पुख्ता सबूत व जानकारियां हासिल करे अन्यथा ऐसे लोग बाद में खुद को बेकसूर बताने के लिए बात मीडिया पर छोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि 2003 में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमनेंदर सिंह ने हमीरपुर की रैली में ऐसे झूठे आरोप लगाए थे। जब मैंने मानहानि का दावा किया तो वर्ष 2014 में शिमला की अदालत में आकर उन्होंने खेद प्रकट करने के साथ यह कहकर पल्ला झाड़ दिया था कि मीडिया ने गलत छाप दिया।

 

वीरभद्र सिंह नहीं चाहते विधायक-सांसद अपने क्षेत्र का विकास करवाएं
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भेज रहे हैं कि विधायक-सांसद अपने क्षेत्रों में विकास करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की ऐसी सोच के कारण वह जनता में हंसी का पात्र बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि कौन नहीं चाहता है कि उसके क्षेत्र में विकास हो और नए शिक्षण संस्थान व उद्योग लगें।

 

सैंट्रल यूनिवर्सिटी का बड़ा कैंपस देहरा और मुख्यालय धर्मशाला में 
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सैंट्रल यूनिवर्सिटी का बड़ा कैंपस देहरा में और मुख्यालय धर्मशाला में स्थापित होगा। इस बारे वर्ष 2010 में केंद्र की टीम ने भी 3 बार सर्वेक्षण करने के बाद अपना पक्ष रखा था तथा तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने भी अपनी सहमति प्रदान की थी। बाद में कांग्रेस के लोगों ने विरोध किया और मामला लटकाया था लेकिन अब 26 अगस्त, 2014 को पर्यावरण मंत्रालय की एक कमेटी ने प्रदेश के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर सैंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए अनुशंसा पत्र भेजकर देहरा में 81.179 वन भूमि को सैंट्रल यूनिवर्सिटी के नाम बदलने का आग्रह किया था तथा धर्मशाला में बनने वाले मुख्यालय की प्रपोजल को फिर से रिवाइज करने की बात कही थी जिसे अब मुख्यमंत्री व मंत्री भी धीरे-धीरे मान रहे हैं।

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