यूरोप ने माना एलर्जी के इलाज में भारतीय आयुर्वेद का लोहा

punjabkesari.in Monday, Oct 08, 2018 - 05:41 PM (IST)

नई दिल्लीः आयुर्वेदिक दवाओं के साथ एलर्जी का पक्का इलाज करने वाले भारत के एक डाक्टर दंपत्ति ने जर्मन में हुई 20वीं अंतरराष्ट्रीय आयूरवेदा सिम्पोजियम में एलर्जी की बीमारियाँ पर की गई अपनी शोध के साथ दुनिया भर के डाक्टरों की पुरानी एलर्जी प्रति सोच को बदलने में सफलता हासिल की है। 

595 मरीज़ों पर की गई शोध के नतीजे किए गए पेश
जालंधर के डाक्टर हरवीन कौर और डाक्टर सतनाम सिंह ने जर्मन के शहर बरुस्टाईन में हुई इस सिम्पोसियम में 595 मरीज़ों पर की गई शोध के नतीजे पेश किए। डाक्टर दंपत्ति ने दुनिया भर के करीब 250 मैडीकल विज्ञानियों को इस शोध के द्वारा बताया कि कैसे इन 595 मरीज़ों में से 500 मरीज़ों को पूरी तरह आयुर्वेद के सहारे ही जड़ से ठीक किया गया है और अब इन मरीज़ों को किसी तरह की दवा की ज़रूरत नहीं है। जर्मन से इस कान्फ़्रेंस में हिस्सा ले कर वापस आए डा. सतनाम सिंह ने सिम्पोसियम दौरान हासिल किए अपने तजुर्बो जग वाणी के साथ सांझा किया। 

एलर्जी और नज़ले का सफल इलाज कर रहे हैं डा. सतनाम सिंह 
गौरतलब है कि डा. सतनाम सिंह पिछले 20 साल से आयुर्वैदिक दवाएँ के द्वारा पुरानी एलर्जी और नज़ले का सफल इलाज कर रहे हैं और भारत के इलावा दुनिया भर में आरोगिअम की दवाएं कई मरीज़ों की बीमारियां को ठीक करने में सहायक सिद्ध हो रही हैं और डा. सतनाम को पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू की तरफ से सम्मानित भी किया जा चुका है। इस रिर्सच को पेश करन के बाद दुनिया भर के विज्ञानी भी इस रिर्सच के नतीजों पर शोध करेंगे और इस बात की संभावना है कि यह नतीजे दुनिया भर में पुरानी एलर्जी के साथ जूझ रहे मरीज़ों की बीमारी जड़ से ख़त्म करने में कामयाब हो सकते हैं।


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Anil dev

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